नई दिल्ली:चुनाव आयोग ने सोमवार देर शाम औपचारिक रूप से आम आदमी पार्टी (AAP) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दे दिया. AAP को चुनाव चिह्न झाड़ू राष्ट्रीय पार्टी के रूप में दिया गया है. आयोग ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी होने की सभी शर्तें पूरी की है. अन्ना आंदोलन से निकली AAP की स्थापना नवंबर 2012 में हुई थी. इतने कम समय में यह पार्टी देश की पहली पार्टी बन गई है, जिसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है. 2013 में दिल्ली, 2022 में पंजाब में सत्ता हासिल करने और गोवा विधानसभा में दो विधायक जीतने के बाद दिसंबर में गुजरात में 5 सीटें मिलते ही राष्ट्रीय पार्टी बनने का रास्ता साफ हो गया था.
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने के बाद AAP को दिल्ली में बड़ा ऑफिस और पूरे देश में एक चुनाव चिह्न के साथ-साथ अन्य बहुत सी सुविधाएं भी मिलेंगी. इन दलों को अपने पार्टी कार्यालय स्थापित करने के लिए सरकार से भूमि या भवन प्राप्त होते हैं. अब राष्ट्रीय पार्टी को राज्य और राष्ट्रीय दल चुनाव प्रचार के दौरान 40 स्टार प्रचारक तक रख सकते हैं. जबकि, अन्य पार्टियों को 20 स्टार प्रचारक रखने की आजादी होती है.
राष्ट्रीय पार्टी बनने के फायदेःकिसी भी राजनीतिक पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर मान्यता मिलने के कई फायदे होते हैं. सबसे पहला फायदा तो स्तर को लेकर ही है. राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल होने के बाद अखिल भारतीय स्तर पर एक आरक्षित चुनाव चिह्न मिल जाता है. निर्वाचन आयोग जिन राजनीतिक दलों को मान्यता देता है, उनको कुछ विशेष अधिकार और सुविधाएं भी देता है. जैसे, पार्टी को एक स्थायी चुनाव चिह्न आवंटित किया जाता है. निर्वाचन सूची मुफ्त और अनिवार्य तौर पर प्राप्त करने की सुविधा दी जाती है. चुनाव के कुछ समय पहले उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर टेलीविजन और रेडियो प्रसारण के लिए समय दिए जाने की अनुमति दी जाती है. ताकि वे अपनी बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा सकें.