नई दिल्ली:यदि कुछ कर गुजरने का जज्बा और अपनों का साथ हो तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं रह जाती. गाजियाबाद के अभिनव चौधरी भी इसी बात को चरितार्थ करते हुए नजर आते हैं. कहने को तो अभिनव का मानसिक विकास अन्य बच्चों की अपेक्षा कम हुआ, लेकिन आज 23 वर्ष की आयु में वो उन कीर्तिमानों को हासिल कर चुके हैं, जो बहुतों के लिए दुर्लभ है.
कई शोज में कर चुके हैं परफॉर्म:अभिनव की मां नीरजा ने बताया कि वे बचपन से ही गानों को सुन थिरकने लगते थे. यह देख उन्हें डांस सिखाना शुरू किया गया. अपनी कला को उन्होंने वक्त के साथ इतनी अच्छी तरह से निखारा, कि बीते तीन दिसंबर को उन्हें दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिव्यांग के रूप में उनके उत्कृष्ठ कार्य के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया. इतना ही नहीं, वे डांस इंडिया डांस जैसे विभिन्न शोज में भी परफॉर्मेंस दे चुके हैं.
डाउन सिंड्रोम से हैं ग्रसित:उनकी मांं ने आगे बताया कि अभिनव जब छह माह के थे, तब उन्हें पता चला कि अभिनव को डाउन सिंड्रोम है. लेकिन उन्होंने कभी भी अभिनव को किसी से कमतर होने का एहसास नहीं कराया. डांस एकैडमी भेजने के साथ उन्होंने खुद भी अभिनव को डांस सिखाने के लिए जीतोड़ मेहनत की. धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाई और अभिनव ने डांस इंडिया डांस, गूगल के ऐड व रिएलिटी शोज का हिस्सा बनकर अपने माता पिता का नाम ऊंचा किया. अब तक वह ऐसी करीब 250 से अधिक परफॉर्मेंस देने के साथ सौ से अधिक शील्ड व मेडल भी जीत चुके हैं.