लॉकडाउन से बढ़ी किडनी मरीजों की मुश्किलें, नहीं मिल रही दवाइयां
लॉकडाउन के कारण किडनी के मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. दरअसल, न तो इन मरीजों को कुछ दवाइयां मिल पा रही हैं और न ही इनकी किडनी ट्रांसप्लांट की तारीख भी टलती जा रही है.
लॉकडाउन से बढ़ी किडनी मरीजों की मुश्किलें
नई दिल्ली: देशभर में इन दिनों कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे समय में भारत में किडनी के मरीजों की मुश्किलें लगातार बढ़ रहीं है. कई ऐसे भी मरीज हैं, जिनकी कुछ दिनों में किडनी ट्रांसप्लांट होनी थी लेकिन कोरोना के कारण उनकी सर्जरी की डेट भी टल गई है.
इस पूरे संबंध में एम्स के डॉक्टरों ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके कई मरीज देश के दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. लेकिन कोरोना के कारण उन्हें पर्याप्त दवाई नहीं मिल पा रही. कुछ ऐसी भी दवाइयां होती हैं जो खास जगहों पर ही मिलती हैं, तो ऐसे में इन मरीजों के लिए काफी परेशानियां पैदा हो रही हैं. कई मरीज हमसे फोन करके इन दवाइयों की मांग कर रहे हैं, लेकिन हम उन्हें इन दवाइयों की आपूर्ति करने में असमर्थ हैं क्योंकि पूरे देश में इस समय लॉकडाउन लगा हुआ है.
उपलब्ध कराई जाए जरूरी दवाइयां
नाम ना छापने की शर्त पर एम्स के कुछ डॉक्टरों ने बताया कि इस समय सरकार को किडनी रोगों से जुड़ी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी चाहिए. किडनी के मरीजों में कोरोना के संक्रमण खतरा सबसे ज्यादा रहता है.
नजदीकी अस्पताल में करा सकते डायलिसिस़
किडनी मरीजों की परेशानियों के संबंध में कई डॉक्टरों ने बताया कि किडनी मरीजों को समय-समय पर डायलिसिस की आवश्यकता होती है. लेकिन लॉकडाउन के समय वो डायलिसिस कराने के लिए किसी बड़े अस्पताल में नहीं जा पा रहे. ऐसे में उन्हें अपने पास के अस्पताल में डायलिसिस कराना चाहिए और समय से उन्हें अपनी दवाइयां लेनी चाहिए क्योंकि कोरोना का खतरा सबसे ज्यादा किडनी के मरीजों को होता है.