नई दिल्ली:चुनावी साल में राज्य सरकारों द्वारा प्रदत्त मुफ्त सुविधाओं को लेकर बहस शुरू हो गई है. रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर निशाना साधते रहे. मुफ्त की रेवड़ियों को लेकर राजनीतिक दल पहले भी एक दूसरे पर तंज कसते रहे हैं. गत वर्ष यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच गया था. जनता को सुविधा देने को मुफ्त की रेवड़ी कहने पर आम आदमी पार्टी भड़क गई थी. इस मामले को लेकर AAP सुप्रीम कोर्ट गई थी.
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आम आदमी पार्टी (AAP) के दिल्ली संयोजक गोपाल राय का कहना है कि पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य आदि जनकल्याण पर खर्च को मुफ्त की रेवड़ी नहीं मानती है. आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद अब अन्य चुनावी राज्यों में जोर-जोर से प्रचार में जुट गई है. उसने चुनावी राज्यों में भी मुफ्त का दांव खेला है. दरअसल, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच 'फ्री योजनाओं को लेकर बहस छिड़ी हुई है.
हरियाणा के सीएम ने अपने एक बयान में कहा कि बहुत सी ऐसी पार्टियां हैं, जो नारे लगाती हैं कि ये मुफ्त लो, वो मुफ्त लो. इस बयान पर पलटवार करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी कि खट्टर साहब, हम दिल्ली में फ्री और विश्व स्तरीय शिक्षा देते हैं. फ्री और विश्वस्तरीय इलाज देते हैं. फ्री और 24 घंटे बिजली देते हैं, पानी देते हैं. पंजाब में भी हमने ये सब काम शुरू कर दिए हैं और जनता इन सुविधाओं से बहुत खुश है. जल्द हरियाणा के लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा.