नई दिल्लीः भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता एवं विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के. कविता दिल्ली शराब घोटाले में दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय नहीं पहुंचीं. सूचना है कि उन्होंने कुछ डॉक्युमेंट भेजे हैं. इस पर ED ने उनको दोबारा 20 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है.
हालांकि, उनसे पूछताछ को लेकर ईडी कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवानों की तैनाती की गई थी. इन जवानों में महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं. पुलिस को अंदेशा था कि जब कविता पूछताछ के लिए आएंगी तो उनकी पार्टी के कार्यकर्ता यहां विरोध प्रदर्शन की कोशिश कर सकते हैं.
हर वाहन की हो रही जांचः पुलिस ने ईडी कार्यालय से 300 मीटर पहले ही पहली बैरिकेडिंग कर दी थी. ईडी कार्यालय की ओर जाने वाले हर वाहन की जांच की जा रही थी. साथ ही वाहन में बैठे व्यक्ति का आई-कार्ड देखने के बाद ही उसे आगे जाने दिया जा रहा था. दूसरी बैरिकेडिंग ईडी कार्यालय के गेट पर की गई थी. यहां से भी गुजरने वाले हर व्यक्ति को आई-कार्ड दिखाने के बाद ही आगे जाने दिया जा रहा था. जिन लोगों के पास आई-कार्ड या ईडी कार्यालय तक जाने के लिए पर्याप्त कारण नहीं थे, उन्हें पुलिस वापस कर दे रही थी.
यह भी पढ़ेंः Delhi Liquor Scam : बीआरएस एमएलसी कविता ईडी के सामने पेश नहीं हुईं, भेजे दस्तावेज
11 मार्च को 9 घंटे हुई थी पूछताछःइससे पहले ED 11 मार्च को भी कविता से नौ घंटे पूछताछ कर चुकी है. तब उनसे हैदराबाद के बिजनेसमैन अरुण रामचंद्र पिल्लई के बयानों को लेकर पूछताछ की गई थी. दिल्ली सरकार में हुए शराब घोटाले के मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं. कविता पर भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया है. वह तेलंगाना के CM केसीआर की बेटी हैं.
यह भी पढ़ेंः K Kavita In Delhi Liquor Scam : के कविता को नहीं मिली अंतरिम राहत, 24 को होगी सुनवाई
गिरफ्तार करने के लिए ईडी के पास पर्याप्त आधारः इस मामले को लेकर अधिवक्ता मनीष भदौरिया का कहना है कि ईडी किसी भी वित्तीय अनियमितता के मामले में उसकी जड़ तक जाकर जांच करती है. साथ ही मामले में पूछताछ करने के दौरान जिन लोगों के भी आरोपितों से तार जुड़े मिलते हैं उन सबको पूछताछ के लिए तलब करती है. जब लोग झूठ बोलकर ईडी को गुमराह करने की कोशिश करते हैं या सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश करते हैं तो ईडी उन्हें गिरफ्तार करती है. चूंकि कविता पर दिल्ली की शराब नीति के मामले में मनी लॉंड्रिंग का केस दर्ज किया गया है, जिसमें ईडी पहले ही दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर चुकी है. कविता पर भी शराब नीति में लिए गए पैसे को ठिकाने लगाने का आरोप है. मनी लॉंड्रिंग में कविता के तार हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्र पिल्लई और बुचिबाबू से जुड़े हैं. ED के पास कविता को गिरफ्तार करने का पर्याप्त आधार है.