नई दिल्ली:पर्यटकों के लिए दिल्ली और उसके आस-पास कई पर्यटन स्थल हैं. लेकिन दशहरा की छुट्टियों में यहां के लोग सबसे ज्यादा जंगल सफारी करना पसंद कर रहे हैं. पर्यटकों में खासा उत्साह देखा जा रहा. यही वजह है कि इस बार सबसे ज्यादा बुकिंग नेशनल पार्क की देखने को मिल रही है. कान्हा नेशनल पार्क में इस हफ्ते 500 से 2000 बुकिंग हुई है. वहीं रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में बीते एक हफ्ते में करीब चार हजार बुकिंग्स हुई है.
नवरात्रि की छुट्टियों के दौरान पर्यटकों की पहली पसंद बने जंगल सफारी
दशहरा की छुट्टियों में दिल्ली के लोग सबसे ज्यादा जंगल सफारी करना पसंद कर रहे हैं. कान्हा नेशनल पार्क में इस हफ्ते 500 से 2000 बुकिंग हुई है. वहीं रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में बीते एक हफ्ते में 4000 के करीब बुकिंग्स हो चुकी हैं.
Published : Oct 12, 2023, 3:48 PM IST
गर्मियों में लोग ठंडी जगह और सर्दियों में गर्म जगहों पर घूमना पसंद करते हैं. फरवरी और अक्टूबर का महीना बदलते मौसम का होता है इस गुलाबी ठंड के मौसम में ज्यादातर पर्यटक जंगल सफारी करना पसंद करते हैं. ट्रेवल एजेंट मुन्ना नूर अज़ीज़ ने बातचीत में बताया कि इस बार सब से ज्यादा बुकिंग्स नेशनल पार्क की आ रही हैं. ट्रैवलिंग के शौकीन लोग मौसम के हिसाब से सफर करना पसंद करते हैं. रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों की पहली पसंद बनी हुई है.
मुन्ना ने बताया कि अभी तक 1500 से 2000 बुकिंग केवल कान्हा नेशनल पार्क की आई है. यह मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है. कान्हा को राष्ट्रीय उद्यान 1 जून 1955 को और बाघ अभयारण्य सन् 1973 में धोषित करा गया. यह राज्य के बालाधाट और मंडला ज़िले में 940 वर्ग किमी पर विस्तारित है. वहीं राजस्थान के रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में बीते एक हफ्ते में 4,000 के करीब बुकिंग हो चुकी है. देश में टाइगर प्रोजेक्ट की स्थापना के समय साल 1973 में रणथंभौर राजस्थान का पहला टाइगर प्रोजेक्ट बना. 1980 में रणथंभौर को नेशनल पार्क का दर्जा मिला.
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