नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में इन दिनों विंटर सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया चल रही है. वहीं हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के रोलबैक की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया और उन्होंने विश्वविद्यालय का इंटरनेट ही बंद कर दिया, जिससे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बाधित हो गई.
नकाब पहनकर जेएनयू छात्र घुसे सर्वर रूम में वहीं इस पर नाराजगी जताते हुए जेएनयू रजिस्ट्रार ने इसका दोषी पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. बता दें कि रिवाइज्ड हॉस्टल फीस स्ट्रक्चर के साथ विंटर सेमेस्टर की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होने पर गुस्साए छात्रों ने विश्वविद्यालय की इंटरनेट सेवा ही ठप कर दी.
'सर्वर प्रक्रिया हुई निष्क्रिय'
इस पूरे मामले को लेकर जेएनयू के रजिस्ट्रार ने बताया कि प्रदर्शनकारी छात्रों ने अपनी सभी सीमाएं लांघते हुए विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का भरसक प्रयास किया है. उन्होंने बताया कि छात्रों का एक गुट चेहरे पर नकाब लगाकर इंफॉर्मेशन सिस्टम के सेंट्रल ऑफिस में घुस आया. वहां पर उन्होंने पावर सप्लाई बंद कर दी और जबरन सभी टेक्निकल स्टाफ को बाहर निकाल दिया, जिससे सारी सर्वर प्रक्रिया निष्क्रिय हो गई.
'ठप हो गई रजिस्ट्रेशन प्रकिया'
नतीजतन पूरी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ठप हो गई और हजारों छात्र अपना रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं कर पाए. वहीं छात्रों की इस हरकत पर नाराजगी जताते हुए रजिस्ट्रार ने कहा कि प्रदर्शनकारी छात्र तो हमेशा लोकतंत्र, नागरिक अधिकार और प्रदर्शन के अधिकारों की बात करते है लेकिन उनका मकसद केवल विश्वविद्यालय की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और वहां की व्यवस्था को बाधित करना होता है. लेकिन इस बार उनकी इस हरकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और जिन प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस तरह विश्वविद्यालय में हजारों छात्रों की मेहनत पर पानी फेर कर उनका भविष्य खराब करने की कोशिश की है. उनकी पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
बढ़ी हुई फीस के खिलाफ छात्र कर रहे हैं हंगामा
बता दें कि जेएनयू के छात्र बढ़ी हुई फीस और हॉस्टल मैनुअल के रोलबैक की मांग को लेकर लगभग 65 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके चलते उन्होंने सेमेस्टर परीक्षाओं का बहिष्कार किया था. साथ ही विंटर्स सेमेस्टर में 1 जनवरी से 5 जनवरी तक चल रहे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का भी बहिष्कार किया है.