नई दिल्ली:जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के बाद छात्र हॉस्टल छोड़कर जा रहे हैं छात्रों के मन में डर का माहौल है, जिस पर उनका कहना है की कल रात में हुई मारपीट की वह तस्वीर बेहद भयानक थी. हमने कभी भी खुद को इतना असुरक्षित महसूस नहीं किया.
हिंसा के बाद कैंपस छोड़कर जा रहे छात्र 'एबीवीपी पर लगाया छात्रों ने आरोप'
हिस्ट्री डिपार्टमेंट की छात्र सुचिता ने बताया कि कैंपस में हम शांतिपूर्ण तरीके से फीस बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध कर रहे थे. लेकिन आए दिन एबीवीपी के गुंडों द्वारा छात्रों के साथ मारपीट की जा रही थी. महिला छात्रों के साथ बदसलूकी की जा रही थी यहां तक कि हॉस्टल में घुसकर कई छात्र उनके ऊपर पानी तक फेंक देते थे.
'डर के चलते हॉस्टल छोड़कर जा रहे छात्र'
बिहार के गया से M.A की पढ़ाई कर रही फर्स्ट ईयर की छात्रा प्रीति भारद्वाज ने बताया कि वो एक दिन पहले ही अपने घर से आई हैं, क्योंकि कैंपस में लगातार पिछले दिनों हुई हिंसा के चलते उनके परिवार वालों ने उन्हें घर बुला लिया था और अब उन्होंने सोचा था कि कैंपस का माहौल शांत होगा. और वह पढ़ाई कर सकेंगे लेकिन कल रात जब साबरमती कैंपस में कुछ लोग आते हैं जो कि बुरी तरीके से मारपीट करते हैं. महिला छात्रों को बुरी तरीके से मारा पीटा जा रहा था, उनके हाथों में लाठी डंडे थे वह किसी को नहीं देख रहे थे वह तस्वीर बेहद भयानक थी. उनका कहना था कि इतने सालों में उन्होंने कभी भी अपने आपको इतना असुरक्षित महसूस नहीं किया.
'छात्रों ने पुलिस और महिला हेल्पलाइन पर किया था कॉल'
छात्रों का कहना था कि हम सेमेस्टर बॉयकॉट कर रहे थे क्योंकि हम फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं लेकिन अचानक से एबीवीपी के गुंडे आकर हमारे साथ मारपीट करते हैं. छात्रों का कहना था कि हमने पुलिस और महिला हेल्पलाइन नंबर पर भी कॉल किया था लेकिन बहुत धूल मूल रवैया देखने को मिला.