नई दिल्ली: 10 मार्च को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का छठा दीक्षांत समारोह आयोजित किया जाएगा. इस दीक्षांत समारोह में 948 छात्रों को पीएचडी की डिग्री दी जाएगी. इस बात की जानकारी जेएनयू प्रशासन के द्वारा दी गई है. 948 छात्रों को पीएचडी डिग्री देने के मामले में जेएनयू दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) को पीछे छोड़ देगा.
दरअसल, दिल्ली यूनिवर्सिटी का 99वां दीक्षांत समारोह में कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने बताया था कि डीयू ने इस सत्र के लिए 910 छात्रों को पीएचडी डिग्री दी है. उन्होंने कहा था कि भारत में अब तक किसी विश्वविद्यालय ने इतनी संख्या में पीएचडी डिग्री नहीं दी. लेकिन डीयू का रिकॉर्ड जेएनयू तोड़ने जा रहा है. 10 मार्च को जेएनयू 948 पीएचडी डिग्री देगा. खास बात यह है कि जेएनयू के छठे दीक्षांत समारोह में आने वाले छात्रों के लिए ड्रेस कोड भी चिह्नित किया गया है. कुर्ता पायजामा में पुरुष छात्र और महिलाएं साड़ी में होंगी.
राष्ट्रपति होंगी मुख्य अतिथि:जेएनयू के छठे दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होंगी. वह छात्रों को डिग्री देंगी और सम्बोधित भी करेंगी. इनके साथ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. एके सूद विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति वीके सारस्वत समारोह की अध्यक्षता करेंगे. विश्वविद्यालय की कुलपति शांतिश्री डी पंडित समारोह को संचालित करेंगी.
समारोह में शामिल होने के लिए भरना होगा फॉर्म:जेएनयू के छठे दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले छात्र जिन्हें पीएचडी की डिग्री दी जाएगी, उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक फॉर्म भी भरना होगा. यह फॉर्म फिजिकल मोड़ में कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भरना होगा. इसमें छात्रों को पीएचडी थिसिस कब जमा किया, साथ ही अपना नाम और फोटो सहित अन्य जानकारी भी देनी होगी. पीएचडी डिग्री उन्हें दी जा रही है जिन्होंने 16 सितंबर 2021 से लेकर 16 जनवरी 2023 तक अपनी थिसिस जमा कराई है.
9 मार्च को आयोजित होगी रिहर्सल, शामिल होना अनिवार्य:जेएनयू प्रशासन ने एक नोटिस जारी किया है. नोटिस अनुसार, डिग्री प्राप्तकर्ताओं के लिए निर्देश हैं कि 9 मार्च को एआईसीटीई सभागार में एक अनिवार्य पूर्वाभ्यास की व्यवस्था की जाएगी. सुबह 9 बजे सभी डिग्री लेने वाले छात्रों का शामिल होना अनिवार्य है. जो नहीं शामिल होगा उन्हें दीक्षांत समारोह में हिस्सा नहीं दिया जाएगा. स्नातक अपने साथ एक व्यक्ति (माता-पिता/परिवार के सदस्य में से एक) को ला सकते हैं. पुरस्कार विजेता को साथ जाने वाले व्यक्ति का नाम और उसके साथ संबंध की जानकारी देनी होगी और उन्हें दीक्षांत समिति द्वारा एक पास जारी किया जाएगा. बिना पूर्व सूचना के किसी भी व्यक्ति को साथ जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
ये भी पढ़ें: World Book Fair: आखिरी दिन पहुंचे 2 लाख पुस्तक प्रेमी, 'प्यार में शाहीन बाग' से लेकर कई किताबों का हुआ विमोचन, जानिए