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ताला तोड़ने के आरोप में JNU के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष बालाजी को नोटिस जारी - जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय

उनपर जेएनयू परिसर में प्रदर्शन की अगुवाई करने और जेएनयू प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है. साथ ही गैरकानूनी तरीके से पीएसआर गेट के पास धरना प्रदर्शन कर छात्रों उकसाने, गुमराह  करने और परिसर की शांति भंग कर करने का आरोप लगाया गया है.

जेएनयू परिसर

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Published : Oct 24, 2019, 7:25 AM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पार्थसारथी रॉक क्षेत्र के गेट पर कुछ दिन पहले ताला लगाए जाने को लेकर छात्र विरोध कर रहे थे. वहीं कुछ छात्रों ने परिसर के गेट का ताला भी तोड़ दिया था. इसको लेकर जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एन साईं बालाजी को विश्वविद्यालय की तरफ से एक नोटिस जारी किया गया है.

JNU ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष बालाजी को जारी किया नोटिस

JNU की तरफ से लगे आरोप

जिसमें उन पर जेएनयू परिसर में प्रदर्शन की अगुवाई करने और जेएनयू प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है. साथ ही गैर-कानूनी तरीके से पीएसआर गेट के पास धरना प्रदर्शन कर छात्रों उकसाने, गुमराह करने और परिसर की शांति भंग कर करने का आरोप लगाया गया है. इसके लिए उन्हें जेएनयू की ओर से यह निर्देश दिए गए हैं कि 1 नवंबर को प्रॉक्टोरियल समिति की बैठक बुलाएगी जाएगी, जिसमें उन्हें दोपहर 3:30 बजे पहुंचना होगा और अपना पक्ष रखना होगा. साथ ही अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए उन्हें गवाह और सबूत भी लाने की छूट दी गई है.

JNU की चेतावनी

इस नोटिस में स्पष्ट रूप से चेतावनी भी दी गई है कि यदि निर्धारित समय पर सुनवाई के लिए एन साईं बालाजी प्रॉक्टोरियल कमेटी के सामने उपस्थित नहीं होते हैं, तो ऐसा मान लिया जाएगा कि सभी आरोप उन पर सिद्ध हो चुके हैं और इस स्थिति में उनकी गैर हाजिरी में ही फैसला ले लिया जाएगा. साथ ही प्रोक्टोरियल कमेटी की होने वाली सुनवाई में मोबाइल फोन और किसी भी तरह का कैरी बैग ले जाने के लिए सख्त मनाही की गई है.

बता दें कि जेएनयू के कई छात्र पार्थसारथी रॉक्स क्षेत्र के गेट में ताला लगाए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं प्रशासन ने छात्रों के आरोपों को गलत बताते हुए यह सफाई दी थी कि मरम्मत का काम होने के चलते गेट बंद किया गया था.

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