नई दिल्ली: 10 जनवरी से 23 जनवरी के बीच दिल्ली में पांचवां सीरो सर्वे हुआ था. इसकी विस्तृत रिपोर्ट अभी आनी बाकी है. लेकिन इसके शुरुआती रुझान बताते हैं कि दिल्ली के 10 जिलों में 50 फीसदी से ज्यादा लोग सीरो सर्वे में पॉजिटिव मिले हैं. यानी उन्हें कोरोना हो चुका है, वहीं एक जिले में 60 फीसदी पॉजिटिविटी मिली. यानी इतने लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं.
'सीरो पॉजिटिविटी का अर्थ'
सीरो सर्वे में पॉजिटिव मिलने का मतलब होता है कि इतने लोगों में अब कोरोना से लड़ने की इम्युनिटी विकसित हो चुकी है. कई विशेषज्ञ डॉक्टर 50 फीसदी से ज्यादा की आबादी में कोरोना के प्रति इम्युनिटी को हर्ड इम्युनिटी मानते हैं. माना जाता है कि इतनी बड़ी आबादी तक कोरोना की पहुंच बाकी बचे लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचा सकती है.
'जानिए क्या है हर्ड इम्युनिटी'
लेकिन सवाल यह है कि क्या दिल्ली में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है. दिल्ली मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता ने बताया कि किसी आबादी के एक बड़े हिस्से में अगर किसी संक्रमण के प्रति लड़ने की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है, तो बाकी की आबादी उस संक्रमण से बच जाती है, इसे हर्ड इम्युनिटी कहते हैं.