नई दिल्ली:दुनियाभर में लोगों को किडनी संबंधी बीमारियों के प्रति जागरूक करने और इन बीमारियों की रोकथाम के लिए आज वर्ल्ड किडनी डे मनाया जा रहा है. राजधानी दिल्ली के लिए यह दिन खास है, क्योंकि हाल ही में दिल्ली को देश का सबसे बड़ा निशुल्क किडनी डायलिसिस हॉस्पिटल मिला है. अस्पताल में अब तक रजिस्ट्रेशन का काम चल रहा था लेकिन आज से यहां डायलिसिस की असल प्रक्रिया शुरू हो रही है. इसी मौके पर ईटीवी भारत की टीम ने अस्पताल में जाकर इस बात का जायजा लिया कि यहां पर पूरी प्रक्रिया कैसे काम करती है.
अब तक हो चुके है 2500 से ज्यादा रेजिस्ट्रेशन
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा बताते हैं कि मौजूदा समय में अस्पताल में ढाई हजार से ज्यादा लोगों ने डायलिसिस के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है. इस रजिस्ट्रेशन को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है. लेकिन जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है उनकी डायलिसिस प्रक्रिया शुरू हो गई है. वह कहती है कि शुरुआती दिनों में यहां लोगों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है.
कैसे ले सकते हैं सुविधा!
डायलिसिस सुविधा का लाभ लेने के लिए सबसे पहले किसी भी व्यक्ति को अपनी रिपोर्ट और डॉक्टर की रिकमेंडेशन के साथ रजिस्ट्रेशन काउंटर पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है. रजिस्ट्रेशन के साथ ही व्यक्ति को अस्पताल में तैनात डॉक्टर के पास भेजा जाता है. ताकि रिपोर्ट की जांच हो सके साथ ही ब्लड टेस्ट किया जा सके और अगर किसी और बीमारी की आशंका है, तो उसको लेकर भी जांच की जा सके. सब कुछ नॉर्मल आने के बाद व्यक्ति को डायलिसिस की डेट दी जाती है.
कोई बिलिंग काउंटर नहीं
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. वेंकटेश बताते हैं यहां पर कोई बिलिंग काउंटर नहीं है और लोगों को सिर्फ रजिस्ट्रेशन और डॉक्टर के पास जाने की औपचारिकता पूरी करनी होती है. डेट मिलने के बाद उनका डायलिसिस किया जाता है. अस्पताल की मशीनों के बारे में बताते हुए डॉक्टर वेंकटेश कहते हैं कि यह मशीनें जर्मन से मंगाई गई है और दुनिया की सबसे आधुनिक मशीनों में से एक हैं. जहां मरीज आराम से बैठ कर अपना डायलिसिस कर आता है और फिर घर चला जाता है.