नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच भारत के एक साइंटिस्ट ने अनोखा इंवेंशन किया है. इन्होंने एक ऐसी तकनीक इजाद की है, जिसके चलते मॉस्किटो रैकेट ही कोरोना वायरस को मारने में सक्षम है. इससे पहले तमाम विशेषज्ञ इस तकनीक से कोरोना मारने की बात कह चुके हैं, लेकिन ऐसा सस्ता और टिकाऊ तरीका शायद ही किसी के दिमाग में आया हो.
मॉस्किटो रैकेट कोरोना वायरस को मारने में सक्षम- डॉ. सम्राट घोष ABCD से मरेगा कोरोना इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च मोहाली के साइंटिस्ट डॉ. सम्राट घोष ने यह इन्वेंशन किया है. उन्होंने इसे पोर्टेबल मोबाइल कोरोना डिस्ट्रॉयर बताया है और इसका नाम एबीसीडी यानी एयर बोर्न कोरोना डिस्ट्रॉयर रखा है. दावा है कि ये तकनीक कारगर है, क्योंकि इससे कोरोना का हवा में एनकाउंटर किया जा सकता है.
ओजोन के जरिए मरेगा कोरोना
डॉ सम्राट बताते हैं कि पिछले दिनों ही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कोरोना को एयर बोर्न डिजीज घोषित किया है. बाहर तो हम मास्क लगाकर कोरोना से बच सकते हैं, लेकिन जब अपने घर की बात आती है तो हमें अपनी हवा को संक्रमण मुक्त करना होगा. इसी के लिए हम ओजोन के जरिए कोरोना डिस्चार्ज कर रहे हैं.
कैसे करेगा काम
उन्होंने बताया कि इस रैकेट के जरिए सबसे पहले हवा में मौजूद ऑक्सीजन ओजोन में परिवर्तित होती है. इसमें एक साधारण स्टेशनरी पिन का इस्तेमाल किया गया है. वो कहते हैं कि इसे किसी भी नॉर्मल स्प्रे की तरह 10 मिनट कमरे में घुमाकर कमरे को बंद कर देना है. साथ ही इसके लिए एग्जॉस्ट फैन चला देना है. एक घंटे बाद जब आप कमरे में आएंगे तो कमरा संक्रमण मुक्त होगा.
पहले भी हो चुका है जिक्र
गौर करने वाली बात है कि इससे पहले कई विशेषज्ञ और उनके जरिए कोरोना संक्रमण को मारने की बात कह चुके हैं. इसके केमिकल फॉरमेशन के चलते इस तरीके को हवा में कोर्णाक को मात देने के लिए कारगर माना जा रहा है.