नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में शनिवार को बरसात से मौसम सुहावना रहा. हालांकि जहां एक तरफ लोगों को गर्मी से राहत मिली तो वहीं जगह-जगह हुए जलभराव से लोगों के पसीने भी छूट गए. आलम यह रहा कि लोगों को सड़क पर जमा हुए गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा. इधर बरसात और जलजमाव से जलजनित बीमारियों के फैलने की संभावना बढ़ी है. इस मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारी से बचाव भी बेहद जरूरी है. स्वास्थ्य विभाग और दिल्ली नगर निगम जल जनित बीमारी के रोकथाम के लिए लगातार मुहिम चला रही है. इधर दिल्ली सरकार की शिक्षा विभाग ने भी अपने सरकारी स्कूलों के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं.
स्कूलों के लिए क्या है निर्देश
शिक्षा विभाग ने अपने स्कूलों के प्रमुखों से कहा है कि दिल्ली में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के फैलने का मौसम शुरू हो गया है. ये सभी मच्छर जनित बीमारियां हैं और यदि निवारक उपाय नहीं किए गए तो कभी-कभी महामारी का रूप ले लेती हैं. किसी भी बीमारी को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका रोकथाम है. डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के प्रकोप को नियंत्रित करने और रोकने के लिए, मच्छरों के प्रजनन को रोकना आवश्यक है और छात्रों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए.
शिक्षा विभाग ने एक वीडियो लिंक भी उपलब्ध कराया है. इस वीडियो में जलजनित बीमारी के रोकथाम के लिए जरूरी उपाय बताए गए हैं. स्कूल के शिक्षक को वेक्टर जनित रोग (वीबीडी) की रोकथाम और नियंत्रण के तरीकों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए नियमित अंतराल पर स्कूली छात्रों को वीडियो दिखाने के निर्देश दिए गए हैं. प्रत्येक स्कूल द्वारा की गई गतिविधियों की रिपोर्ट संबंधित जोनल डीडीई को प्रस्तुत की जाएगी. इसके अलावा, स्कूलों के प्रमुखों को प्रत्येक छात्र को डेंगू होमवर्क कार्ड (डीएचसी) वितरित करने का निर्देश दिया गया है.
एमसीडी की क्या है तैयारी
दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय के अनुसार, इस बार बारिश से होने वाली जल जनित बीमारी के रोकथाम के लिए हम पांच माह तक अभियान चलाएंगे, जिसकी शुरुआत भी हो चुकी है. जून और जुलाई माह इन बीमारियों के लिहाज से महत्वपूर्ण है. एमसीडी के पार्षद जमीन पर उतरकर लोगों को जागरूक करेंगे. हमें उम्मीद है कि हमारी मेहनत रंग लाएगी और हम जल जनित बीमारी पर रोक लगा पाएंगे. उन्होंने बताया कि एमसीडी के कर्मी इलाकों में छिड़काव भी कर रहे हैं.और लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, क्योंकि बिना जागरूकता के जलजनित बीमारी से बचाव नहीं किया जा सकता.