नई दिल्लीःदिल्ली में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. उनमें खाकी का बिलकुल भी खौफ नहीं है. आए दिन वह बड़ी- बड़ी वारदातों के अंजाम देते रहते हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के साकेत कोर्ट में शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे एक निलंबित वकील ने महिला वकील को गोली मार दी. महिला को गंभीर हालत में साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह पहली बार नहीं, जब दिल्ली के कोर्ट में गोली चलने की घटना हुई है. इससे पहले कड़कड़डूमा कोर्ट, रोहिणी कोर्ट और तीस हजारी कोर्ट में भी गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं.
गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की पिछले साल हुई थी हत्या:पिछले साल की ही बात है, जब रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की वकील वेश में आए हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हत्याकांड में दिल्ली हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया था. इसके बाद कोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों को दी गई थी. साथ ही एसीपी रैंक के अधिकारी को कोर्ट की सुरक्षा की निगरानी करने के लिए लगाया गया था.
इससे पहले कोर्ट की सुरक्षा में एएसआई स्तर के पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाता था. साथ ही कोर्ट में स्थित चौकी का इंचार्ज एक सब इंस्पेक्टर स्तर का पुलिसकर्मी होता था. मौजूदा समय में दिल्ली के कोर्ट्स की सुरक्षा की बात करें तो दिल्ली की सभी जिला अदालतों में वर्तमान में कुल 997 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. इसमें 493 सुरक्षा कर्मी, 243 सीआरपीएफ के जवान और 261 दिल्ली पुलिस के जवान शामिल हैं.
दिल्ली के कोर्ट परिसरों में घटी घटनाएं: