नई दिल्ली:गर्मी बढ़ने के साथ ही राजधानी में आग लगने की घटनाएं बढ़ चुकी हैं. सबसे अधिक खतरा गर्मियों में झुग्गियों में आग लगने का होता है, जहां एक चिंगारी भी सैकड़ों झुग्गियों को जला देती है. इससे बचाव के लिए उन्हें किस प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए, इस बारे में ईटीवी भारत ने बात की दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग से.
ने बताया कि राजधानी में जिन जगहों पर झुग्गी बनी हुई हैं, वहां गर्मियों में आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. इन झुग्गियां में छत से लेकर अंदर रखा सामान ज्वलनशील होता है. झुग्गी की छत प्लास्टिक शीट, बांस, घास या टीन शेड की बनी होती है जो तुरंत आग पकड़ती है. गर्मी में तापमान पहले से अधिक होता है. ऐसे में एक मामूली सी चिंगारी भी आग लगाने के लिए काफी होती है. भले ही वह शार्ट-सर्किट से उठी चिंगारी क्यों न हो. ऐसी जगहों पर अगर एक झुग्गी में भी आग लगी तो वह कुछ ही मिनटों में आसपास की झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लेती हैं. यही वजह है कि गर्मी के समय में झुग्गियों में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है.
आग लगने पर बचानी चाहिए अपनी जान
दमकल निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि झुग्गियों में आग लगने की घटनाओं में कई बार लोगों की जान चली जाती है. इसकी वजह है कि लोग आग लगने पर अपनी झुग्गी में रखा सामान निकालने में जुट जाते हैं. यहां सभी सामान आसपास में रखे होते हैं. इसलिए यह आग मिनटों में पूरी झुग्गी को चपेट में ले लेती है और सामान निकाल रहा शख्स अंदर ही फंस जाता है. उन्होंने झुग्गी में रहने वाले लोगों से अपील की है कि अगर आग लगी हो तो सामान निकालने में अपना समय व्यर्थ न करें. झुग्गी में आग लगी हो तो सबसे पहले अपनी व परिवार के सदस्यों की जान बचाएं. आग लगी हुई झुग्गी में सामान निकालने के लिए घुसना खतरनाक होता है.
झुग्गियों में चलता है जागरूकता अभियान