नई दिल्ली: ETV BHARAT की खबर का असर एक बार फिर देखने को मिला है. हमारी खबर के बाद धौलाकुआं के पास झुगिगयों में रहने वाले सैकड़ों परिवार बेघर होने से बच गए. जानिए क्या है पूरा मामला...
यह तस्वीर है, धौला कुआं कैंप की. PWD ने 26 दिसंबर को यहां एक नोटिस लगाया था. जिसमें लिखा था कि धौला कुआं कैंप में रहने वाले 15 दिनों के अंदर अपनी झुग्गियों को तोड़कर यहां से चले जाएं, वरना 15 दिन बाद दिल्ली पुलिस की मदद से इस पूरे कैंप का ध्वस्त कर दिया जाएगा. इस नोटिस के बाद कैंप में रहने वाले सैकड़ों परिवार की नींद उड़ गई. जब इसकी जानकारी हमारी टीम को हुई तो टीम बिना किसी देरी के धौला कुआं कैंप पहुंची और लोगों से उनकी आपबीती सुनीं. हमने धौला कुआं के रहने वाले सैकड़ों परिवारों की आवाज को जोरदार तरीके से उठाया. 9 जनवरी को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देकर इस डेमोलिशन के आदेश को तुरंत वापस लेने का आदेश दिया है. उनके इस फैसले के बाद स्थानीय लोगों में खुशी का आलम है.
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इस मामले में यहां से पूर्व विधायक रहे कमांडो सुरेंद्र सिंह ने लोगों की मदद का हाथ बढ़ाया. उनकी वजह से यह मामला मीडिया तक पहुंचा और इसको उठाया जा सका जिसके बाद दिल्ली सरकार को इस कैंप को ध्वस्त करने के फैसले को वापस लेना पड़ा. इस फैसले को कमांडो सुरेंद्र सिंह एक बड़ी जीत बता रहे हैं. उनका कहना है कि इस कैंप में अभी कई समस्याएं हैं जिनका समाधान करने के लिए वह काम करते रहेंगे. दिल्ली सरकार द्वारा धौला कुआं कैंप डेमोलिशन के फैसले को वापस लेना सराहनीय कदम है. ETV BHARAT भविष्य में भी लोगों की समस्याओं को लगातार उठाता रहेगा.
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