नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में आई फ्लू की दस्तक और बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार की शिक्षा विभाग ने अपने एक हजार से अधिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. शिक्षा विभाग ने आई फ्लू से बचाव के संबंध में कुछ जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं. इसमें कहा गया है कि भारी बारिश के चलते जलभराव और बाढ़ के बाद लोगों में आई फ्लू का प्रकोप फैल गया है. पिछले कुछ दिनों में आई फ्लू के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं.
यह एलर्जी या बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है. आई फ्लू बेहद संक्रामक हो सकता है और आंखों से निकलने वाले स्राव के संपर्क में आने से फैलता है. संक्रमण से होने वाली असुविधा से बचने के लिए आंखों की सुरक्षा करना जरूरी है. व्यक्ति को अच्छी स्वच्छता बनाए रखनी चाहिए, जिसमें हाथ धोना और गंदे हाथों से आंखों को छूने से बचना चाहिए. किसी को निजी सामान जैसे तौलिया, लेंस या चश्मा साझा करने से भी बचना चाहिए.
क्या है आई फ्लू
कंजंक्टिवाइटिस आंखों की एक बीमारी है, जिसे आंख आना भी कहते हैं. कंजंक्टिवाइटिस होने पर आंखें लाल होने के साथ ही उनमें सूजन भी आ जाती है.
संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से, दूषित जगह को छूने या संपर्क में आने से, दूषित तौलिए का इस्तेमाल करने से तथा दूषित पानी में तैरने आदि से कंजंक्टिवाइटिस हो सकता है.
कंजक्टिवाइटिस के लक्षण
आँखों में लालिमा, दर्द या किरकिरापन महसूस होना, लाइट से परेशानी होना, आंख से पीला पानी आना, आँखों में कीचड़ जमा हो जाना, पलकों का लाल हो जाना और सूजी हुई पलकें इत्यादि.