नई दिल्ली: NDMC के अंतर्गत आने वाले सबसे बड़े अस्पतालों में से एक बड़ा हिंदू राव अस्पताल फिर सुर्खियों में आ गया है.
अबकी हिंदूराव अस्पताल में सेक्सुअल हैरेसमेंट और भ्रष्टाचार का बड़े स्तर पर मामला सामने आया है. एक NGO की टीम ने बकायदा पत्र लिखकर कमिश्नर वर्षा जोशी से पूरे मामले की शिकायत की है.
सीनियर डॉक्टर पर लगे गंभीर आरोप पीड़िता का पत्र..
पत्र में पीड़िता ने लिखा है कि- निगम के अंदर आने वाले बाड़ा हिंदू राव अस्पताल के नेत्र चिकित्सालय विभाग की डॉ. बीथी चौधरी जूनियर डॉक्टर्स और डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले छात्रों को मानसिक और शारीरिक रूप से टॉर्चर किया जा रहा है.
कमिश्नर वर्षा जोशी को लिखा पत्र 'आंखों के लेंस को लेकर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार'
जब इस पूरे मामले पर किरणदीप नाम के NGO ने जांच पड़ताल की तो अस्पताल में आंखों की जांच को लेकर एक बड़े भ्रष्टाचार की बात भी सामने आई.
कमिश्नर वर्षा जोशी को लिखा पत्र कमिश्नर वर्षा जोशी को लिखे गए पत्र के अंदर साफ तौर पर लिखा है कि निगम के बड़े अस्पताल में आंखों के लेंस को लेकर एक बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार चल रहा है. जिसको लेकर कार्रवाई करने की जरूरत है और इस पूरे भ्रष्टाचार के पीछे कहीं न कहीं डॉक्टर बीथी चौधरी का हाथ है. जो अपने सीनियर डॉक्टर्स के साथ मिलकर न सिर्फ भ्रष्टाचार कर रही हैं बल्कि डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्रों और मरीजों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी कर रही हैं. 'ज्वाइन से अबतक नहीं हुआ है तबादला'
वहीं पत्र के माध्यम से NGO निगम की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए लिखता है कि नेत्र विभाग की सीनियर डॉ. बीथी चौधरी ने जब से हिंदू राव अस्पताल ज्वाइन करा है, तब से उनका कहीं तबादला नहीं हुआ. जो निगम की पॉलिसी के खिलाफ है और उनका कैरियर भी इतना साफ सुथरा नहीं रहा है की तबादला ना हो.
अस्पताल में जीरो टोलरेंस पॉलिसी
उनपर पहले भी इस तरह के इल्जाम लग चुके हैं. 2019 के अप्रैल महीने में भी सेक्सुअल हैरेसमेंट का मामला सामने आया था. जिसे डॅा. चौधरी ने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए दबा दिया था.
हाल ही में हिंदू राव अस्पताल में जीरो टोलरेंस पॉलिसी को लागू किया गया. जिसके बाद इस तरह की यह पहली शिकायत आई है. अब देखने वाली बात होगी कि इस पर कितनी जल्दी निगम कार्रवाई करती है.