दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

दिल्ली चिड़ियाघर में जानवरों की मौत की जांच को लेकर याचिका दायर, हाईकोर्ट ने संबंधित अधिकारियों को दिए निर्देश

दिल्ली के राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में जानवरों की असामयिक मृत्यु को लेकर जांच की मांग वाली याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने संबंधित अधिकारियों को निर्णय लेने का निर्देश दिया है. याचिका में कहा गया है कि दिल्ली जू में कई पद खाली हैं, जिस कारण जानवरों को सही रख-रखाव नहीं हो रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Feb 15, 2023, 4:19 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को संबंधित अधिकारियों को राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में बड़ी संख्या में जानवरों की असामयिक मृत्यु के संबंध में जांच गठित करने की मांग पर निर्णय लेने का निर्देश दिया है. न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमणियम प्रसाद की खंडपीठ ने बुधवार को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण और अन्य प्रतिवादियों को निर्देश दिया कि वे याचिकाकर्ता द्वारा मांगे गए अभ्यावेदन पर निर्णय लें. याचिका में जू कीपर्स, असिस्टेंट जू कीपर्स, अटेंडेंट्स, फूड डिस्ट्रीब्यूटर्स, चौकीदारों के रिक्त पदों को भरने का निर्देश देने की भी मांग की गई है.

याचिका में राष्ट्रीय प्राणी उद्यान में रखे गए पशुओं की बीमारी की जांच और निदान के लिए पर्याप्त चिकित्सा उपकरण आदि प्रदान करने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है. नेशनल जूलॉजिकल पार्क में जनता के प्रवेश के लिए फिजिकल टिकट काउंटर बनाने का भी अनुरोध किया है. याचिका में भारतीय पशु कल्याण बोर्ड को जंगली जानवरों की मौत के कारणों के साथ-साथ चिकित्सा सुविधाओं और चिकित्सा संकाय के संबंध में जांच के लिए एक समिति गठित करने और राष्ट्रीय प्रणाली की जांच करने के निर्देश जारी करने की भी मांग की गई है. जूलोजॉकिल पार्क में वन्य जीवों को उनके आहार की आदतों के अनुसार गुणवत्ता, मात्रा, ताजगी और पर्याप्त भोजन सुनिश्चित करने की मांग की गई है.

ये भी पढ़ेंः Nikki Yadav Murder Case: द्वारका कोर्ट ने आरोपी साहिल गहलोत को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा

याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्रतिवादी चिड़ियाघर में एक स्वस्थ, स्वच्छ और प्राकृतिक वातावरण बनाए रखने में विफल रहा है और चिड़ियाघर में हर जानवर को आवास, रखरखाव और स्वास्थ्य प्रदान करने में भी विफल रहा है. यह बात याचिकाकर्ता के आरटीआई के जवाब से स्पष्ट है. याचिका में कहा गया है कि प्रतिवादी चिड़ियाघर में रखे गए जानवरों को चौबीसों घंटे पोर्टेबल पीने के पानी की आपूर्ति करने में भी विफल रहा है और चिड़ियाघर के कर्मचारी जानवरों के साथ शारीरिक रूप से क्रूरता से पेश आते हैं. चिड़ियाघर में रखे गए जानवरों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम बहुत ही चौंकाने वाले हैं. नवंबर 2022 के दूसरे हफ्ते में कुछ आवारा कुत्तों ने तीन हिरणों पर जानलेवा हमला कर दिया था. फिर भी आज तक चिड़ियाघर द्वारा जानवरों की सुरक्षा के लिए कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए हैं.

(इनपुट- ANI)

ये भी पढ़ेंः IT Raid on BBC: अरविंद केजरीवाल बोले क्या BJP देश को अपना गुलाम बनाना चाहती है?

ABOUT THE AUTHOR

...view details