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Haunted Heritage Walk: 800 रुपये में डेढ़ घंटे सुनाई देगी आत्माओं की आवाज - मालचा महल से हांटेड हेरिटेज वॉक की हुई शुरुवात

दिल्ली में जिन लोगों को रहस्यमयी जगह घूमने का शौक है. उनके लिए खुशखबरी है, क्योंकि अब दिल्ली सरकार के पर्यटने विभाग ने चाणक्यपुरी स्थित मालचा महल से हांटेड हेरिटेज वॉक का शुभारंभ किया है.

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Published : May 7, 2023, 1:20 PM IST

नई दिल्ली:अक्सर आपने फिल्मों में डरावने घर, डरवानी लोकेशन देखी होगी. जिसमें अजीब आवाजें सुनाई पड़ती हैं. कुछ-कुछ सीन तो ऐसे फिल्माए गए हैं कि अकेले देखने में पसीने छूटने लगते हैं. दिल्ली में पहली बार हांटेड हेरिटेज वॉक की शुरुवात हुई है. जिसके तहत शनिवार और रविवार को शुरू हुए इस वॉक में लोग मालचा महल के अंदर घूम सकते हैं.आइए जानते हैं मालचा महल से क्यों हुई हांटेड हेरिटेज वॉक की शुरुवात और यहां कैसे आ सकते हैं.

दिल्ली टूरिज्म ने की शुरुवात:दिल्ली के डरावने स्मारक में मालचा महल शामिल है. दिल्ली सरकार का पर्यटन विभाग यहां पर हर शनिवार और रविवार को हॉन्टेड वॉक का आयोजन करेगा.जिसकी शुरुवात इस वीकेंड से हो गई है. हर वीकेंड पर शाम 5.30 बजे से शाम 7 बजे तक हॉन्टेड वॉक आयोजित की जाएगी. यहां आने लिए हॉन्टेड वॉक की बुकिंग दिल्ली टूरिज्म डिपार्टमेंट, डीटीटीडीसी की आधिकारिक वेबसाइट Delhi Tourism Gov.in पर जाकर कर सकते हैं. यहां प्रति व्यक्ति 800 रुपये की टिकट रखी गई है. दिल्ली टूरिज्म डिपार्टमेंट की ओर से मालचा महल घूमने के लिए स्टोरी टेलर व गाइड भी होंगे. इस दौरान लोगों को एक बैग दिया जाएगा. जिसमें कैंप पानी की बोतल, जूस, मफिन होगा.

मालचा महल का इतिहास:दिल्ली की चाणक्यपुरी स्थित मालचा महल को टूरिज्म के तौर पर दिल्ली सरकार ने शुरू किया है.हालांकि एक वक्त ऐसा भी था जब इसके बारे में अधिक लोगों को पता नहीं था, लेकिन अब इसके बारे में लोग अधिक जान सकेंगे. यहां के बारे में कहा जाता है कि यहां एक महिला ने आत्महत्या कर ली थी.जिसके बाद से यहां उसकी आत्मा आज भी भटकती है.स्थानीय लोग आज भी उसकी आवाज सुनते हैं.

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वर्ष 1325 में मालचा महल का निर्माण तुगलक काल में किया गया. इसका इस्तेमाल मुगल शिकारगाह के तौर पर करते थे.बताया जाता है कि साल 1985 में खुद को शाही परिवार का सदस्य बताने वाली एक महिला अपने परिवार के साथ इस जगह पर रहने लगी.महिला का नाम बेगम विलायत था.वह अपने बेटा और बेटी के साथ रहती थी.कई वर्ष रहने के बाद उसने आत्महत्या कर ली.जिसके बाद से ही उसकी आत्मा भटकती है.

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