गुरुग्राम: अवैध कॉलोनी और अवैध रजिस्ट्रियों की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की तरफ से अब अवैध कॉलोनी में प्लॉट खरीदने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. जिसके बाद गुरुग्राम में अवैध कॉलोनियों के खेल के साथ अवैध रजिस्ट्रियों से छुटकारा मिल सके.
अवैध कॉलोनियों पर लगेगी लगाम!
इससे पहले विभाग की तरफ से केवल अवैध कॉलोनी काटने वाले के खिलाफ ही केस दर्ज होता था, लेकिन अब खरीददार पर भी एफआईआर दर्ज होगी. माना जा रहा है कि इससे अवैध कॉलोनियों में प्लॉट की खरीद-फरोख्त पर काफी हद तक लगाम लग जाएगी.
गुरुग्राम में विभाग की तरफ से दावा किया है कि अवैध रूप से कॉलोनी को पनपने नहीं दिया जाएगा. प्रॉपर्टी माफिया के साथ-साथ एजेंट और खरीददार पर भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. वहीं इन कॉलोनियों में नोटिस बोर्ड लगाए जा रहे हैं. अगर प्रॉपर्टी माफिया ने उन्हें उखाड़ा तो उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
तहसीलदार और नायब तहसीलदार को आदेश दिए कि वो 7ए के तहत प्रतिबंधित गांव में अगर कोई भी रजिस्ट्री होती है. तो वो रोजाना शाम को उनके पास भिजवाए. अगर तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री रुक गई तो अवैध रूप से विकसित हो रही कॉलोनियों पर काफी हद तक अंकुश लग जाएगा.
जिले में है 150 से अधिक अवैध कॉलोनियां
गुरुग्राम जिले में मौजूदा समय में अवैध रूप से 150 से अधिक कॉलोनियां हैं. 50 से अधिक कॉलोनियों में टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की तरफ से नोटिस बोर्ड लगाए गए हैं. जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है कि है ये एग्रीकल्चर की जमीन है. यहां किसी भी तरह का निर्माण करना जुर्म है. इस जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी नहीं काटी जा सकती है. अगर कोई काटता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बहरहाल एक तरफ गुरुग्राम में अवैध रजिस्ट्री हो रहीस हैं, तो दूसरी तरफ तेजी से गुरुग्राम में अवैध कॉलोनियों को विकसित किया जा रहा है, लेकिन विभाग के इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी गुरुग्राम को अवैध कॉलोनियों से छुटकारा मिलेगा.