नई दिल्लीः चंद दिन बाद सीबीएसई, यूपी बोर्ड और आईसीएसई की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली है. बोर्ड परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने और अच्छे अंक हासिल करने के लिए इन दिनों छात्र तैयारियों में जुटे हुए हैं. मां-बाप की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए छात्र 10 से 12 घंटे किताबों के साथ बिता रहे हैं या फिर ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से टॉपिक्स को क्लियर कर रहे हैं.
मनोरोग चिकित्सक डॉ. एके विश्वकर्मा बताते हैं कि परीक्षाओं के दौरान छात्रों को इस बात का बेहद ख्याल रखना चाहिए कि वह पढ़ाई के साथ नींद भी पर्याप्त मात्रा में लें. पढ़ाई के दौरान मोबाइल फोन या लैपटॉप आदि का घंटो तक इस्तेमाल ना करें. ऑनलाइन क्लासेज के लिए मोबाइल फोन की जगह लैपटॉप का इस्तेमाल करें. सोने से तकरीबन तीन घंटे पहले लैपटॉप मोबाइल फोन आदि का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करें.
डॉ. विश्वकर्मा बताते हैं कि बोर्ड परीक्षाओं के दौरान मन को शांत रखना बेहद जरूरी है. परीक्षा के परिणाम को लेकर चिंतित होने से बचना बेहद जरूरी है. मन शांत रहेगा तभी रिटेनिंग पावर मजबूत होगी. परीक्षा के दौरान अभिभावकों को भी बच्चों पर किसी प्रकार का अंको को लेकर दबाव नहीं बनाना चाहिए. बच्चों पर अनावश्यक दबाव बनाने से उनके दिमाग पर बोझ बढ़ेगा और वे पढ़ाई में केंद्रित करने के बजाए परिणामों को लेकर सोच विचार करेंगे.
डॉ एके विश्वकर्मा बताते हैं कि छात्रों को परीक्षाओं के दौरान बेवजह चिंतित होने से बचना चाहिए. जैसे कि प्रश्नपत्र में क्या आएगा? जो पढ़ा है, उसे बार-बार लिख कर देखें और दोहराएं. परीक्षाओं से पहले नए टॉपिक्स को पढ़ने पर ज्यादा जोर ना दें जो टॉपिक्स पढ़ रखे हैं. उनको और बेहतर करें. जो चीजें आपके नियंत्रण में नहीं है. उनके बारे में सोच कर बिल्कुल भी समय व्यर्थ ना करें. आत्मविश्वास को बनाए रखें फालतू सोचकर केवल तनाव बढ़ता है.
छात्रों के लिए सलाह