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जापान के फुकुओका सिटी और दिल्ली के बीच फ्रेंडशिप एक्सचेंज एग्रीमेंट तीन साल के लिए बढ़ा - फ्रेंडशिप एक्सचेंज एग्रीमेंट तीन साल के लिए बढ़ा

Friendship Exchange Agreement: दिल्ली सरकार और जापान के फुकुओका प्रीफेक्चरल गवर्नमेंट के बीच ट्विनिंग समझौते की 15वीं वर्षगांठ पर कुओका प्रीफेक्चरलए गवर्नमेंट का 35 सदस्यीय डेलीगेशन दिल्ली पहुंचा. इस मौके पर इस समझौते को अब तीन साल यानी 31 मार्च 2026 तक के लिए बढ़ा दिया गया है. समझौते का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण के क्षेत्र में और संभावनाएं तलाशने की कोशिश करना है.

फुकुओका सिटी-दिल्ली के बीच फ्रेंडशिप एक्सचेंज एग्रीमेंट
फुकुओका सिटी-दिल्ली के बीच फ्रेंडशिप एक्सचेंज एग्रीमेंट

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 20, 2023, 7:04 PM IST

नई दिल्ली:दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलने सोमवार को जापान के फुकुओका प्रीफेक्चरलए गवर्नमेंट का 35 सदस्यीय डेलिगेशन दिल्ली सचिवालय पहुंचा. यह डेलिगेशन फुकुओका प्रीफेक्चरल गवर्नमेंट की वाइस गवर्नर आकिए ओमगारी के नेतृत्व में आया था. इसमें फुकुओका प्रीफेक्चरल असेंबली के वाइस चेयरपर्सन माकोतो सासाकि समेत अन्य सदस्य शामिल थे.

डेलिगेशन दिल्ली सरकार और फुकुओका प्रीफेक्चरल गवर्नमेंट (एफपीजी) के बीच ट्विनिंग समझौते की 15वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आया है. 5 मार्च 2007 को दोनों के बीच पहली बार एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया था. 15वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल और फुकुओका प्रान्त की वाइस गवर्नर आकिए ओमागारी के बीच ट्विनिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इसके अनुसार, यह समझौता अब तीन साल यानी 31 मार्च 2026 के लिए बढ़ा दिया गया है.

पर्यावरण के क्षेत्र में और संभावनाएं तलाशने की कोशिश :फुकुओका प्रीफेक्चरल गर्वनमेंट और दिल्ली सरकार के बीच सहयोग के जिन क्षेत्रों पर परस्पर बल दिया गया है. उसमें प्रमुख रूप से पर्यावरण, संस्कृति, पर्यटन, हेरिटेज, शिक्षा और यूथ एक्सचेंज शामिल है. पिछले 15 वर्षों में दोनों शहरों के बीच आर्ट एंड कल्चरल, पर्यावरण प्रौद्योगिकी, स्टूडेंट एंड यूथ एक्सचेंज के क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों का आदान-प्रदान किया गया है. समझौते में पर्यावरण के क्षेत्र में और संभावनाएं तलाशने की भी परिकल्पना की गई है.

फ्रेंडशिप एक्सचेंज एग्रीमेंट को तीन साल के लिए बढ़ाया : इस समझौते के परिणाम स्वरूप स्कूली छात्रों के साथ-साथ सांस्कृतिक समूहों का आदान-प्रदान भी होने की संभावना है. इस दौरान फुकुओका प्रीफेक्चरल गवर्नमेंट की वाइस गवर्नर आकिए ओमागारी ने इस अहम मुलाकात और फ्रेंडशिप एक्सचेंज एग्रीमेंट को तीन साल के लिए आगे बढ़ाने पर सीएम अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि 2018 में इस एग्रीमेंट में कल्चरल और टूरिज्म को भी शामिल कर लिया गया था.

साथ मिलकर डीकार्बाेनाइजेशन और पर्यावरण में सुधार के लिए काम : इस साल दिसंबर में दिल्ली से आर्ट एंड कल्चर का एक डेलिगेशन फुकुओका आ रहा है. और हम इस डेलिगेशन का भव्य स्वागत करने के लिए बेहद उत्सुक हैं. इससे पहले पर्यावरण के क्षेत्र के 14 विशेषज्ञ गए थे. उन्होंने कहा कि पर्यावरण एक गंभीर समस्या है. अगर हम साथ मिलकर डीकार्बाेनाइजेशन और पर्यावरण में सुधार के लिए कुछ कर सकें तो यह बहुत अच्छा होगा.

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5 मार्च 2007 से दिल्ली और फुकुओका के बीच ‘फ्रैंडशिप एग्रीमेंट’ :सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2007 से ही फुकुओका और दिल्ली एक-दूसरे का सहयोग करते आ रहे हैं. 5 मार्च 2007 से दिल्ली और फुकुओका के बीच ‘फ्रैंडशिप एग्रीमेंट’ है. यह बेहद खुशी की बात है कि इस एग्रीमेंट को तीन साल के लिए और बढ़ाया जा रहा है और अब यह 31 मार्च 2026 तक प्रभावी होगा. जापानी भाषा अब दिल्ली के कई सरकारी स्कूलों में सिखाई जाती है और सैकड़ों छात्र जापानी भाषा की पढ़ाई कर रहे हैं. साथ ही, शहर के दो स्कूलों के छात्रों के बीच ऑनलाइन इंटरेक्शन होता है.

बौद्ध धर्म ने जापान के लोगों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी: सीएम ने कहा कि यह केवल दो शहरों के बीच एक समझौता भर नहीं है, बल्कि दोनों ही आध्यात्मिक और सांस्कृतिक तौर पर आपस में मजबूती से जुड़े भी हैं. इसलिए हमारा संबंध समय के साथ और मजबूत ही हुआ है. भारतीय संस्कृति के बौद्ध धर्म ने जापान के लोगों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है. इस वजह से जापान के लोग भारत और खासतौर से दिल्ली के लोगों के काफी करीब आए हैं.

स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी साझेदारी की पहल : सीएम ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में हमारे ‘फ्रैंडशिप एग्रीमेंट’ ने दोनों शहरों को आपसी सहयोग और आदान-प्रदान के जरिए करीब लाने का काम किया है. खासतौर से पर्यावरण, कला व संस्कृति, पुरातत्त्व के साथ-साथ हाल ही में शिक्षा के क्षेत्र में इससे लाभ हुए है. हमारी सरकार का मानना है कि यह सहयोग हमारे लिए पर्यावरण के क्षेत्रों में विभिन्न संभावनाओं को बढ़ावा देगी, जो हमारी चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है. इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी अधिक साझेदारी होगी.

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