दिल्ली

delhi

दिल्ली यूनिवर्सिटी: एफएमएस के छात्रों को मिली सौ फीसदी समर प्लेसमेंट

By

Published : Dec 25, 2020, 6:52 PM IST

दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस) के छात्रों को 100 फ़ीसदी समर प्लेसमेंट मिली है. साथ ही 2,41,400 को दो महीने का स्टाइपेंड भी मिला है ,जो कि गत वर्ष से 5 फ़ीसदी अधिक है.

FMS placements du
एफएमएस प्लेसमेंट डीयू

नई दिल्ली:कोविड-19 महामारी के दौरान भी दिल्ली यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस) के छात्रों को 100 फ़ीसदी समर प्लेसमेंट मिली है. साथ ही 2,41,400 को दो महीने का स्टाइपेंड भी मिला है जो कि गत वर्ष से 5 फ़ीसदी अधिक है.

एफएमएस के छात्रों को मिली सौ फीसदी समर प्लेसमेंट

वहीं इसको लेकर एफएमएस मीडिया सेक्रेटरी केवल पी वरोतारिया ने कहा कि इस संस्थान ने पिछले वर्षों में अपना एक अलग ही वर्चस्व स्थापित किया है, जिसके चलते वैश्विक महामारी के दौरान भी इस पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा.

एफएमएस के छात्रों को मिली सौ फीसदी प्लेसमेंट

डीयू के एफएमएस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस वर्ष 100 फ़ीसदी छात्रों को प्लेसमेंट मिला है. साथ ही बताया जा रहा है कि 64 फ़ीसदी बैच यानि लगभग 183 आवेदनकर्ताओं को दो लाख से ऊपर का स्टाइपेंड भी मिला है. इसके अलावा 18 फ़ीसदी छात्रों को कंसलटिंग और जनरल मैनेजमेंट के क्षेत्रों में हायर किया गया है, जबकि 12 फ़ीसदी को फाइनेंस के क्षेत्र में जॉब मिली है.

ये भी पढ़ें: डीयू: कॉलेजों में खाली हैं सीटें, अब तीसरी स्पेशल कटऑफ जारी

कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हुई नामी कंपनियां

जिन कंपनियों ने प्लेसमेंट में भाग लिया उनमें एक्सेंचर स्ट्रैटेजी, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ अमेरिका, बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप, कैपेजमिनी गार्टनर, एचएसबीसी, जेएसडब्ल्यू, मास्टरकार्ड, आरपीजी, स्पार्क कैपिटल और टाटा एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज शामिल हैं.

प्लेसमेंट पर नहीं पड़ा महामारी का प्रभाव

जहां कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान विश्व स्तर पर इकोनामी स्लो डाउन है, ऐसे में इस संस्थान के सभी छात्रों को प्लेसमेंट मिलना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. वहीं इसको लेकर एफएमएस की मीडिया सेक्रेटरी केवल पी वरोतारिया ने कहा कि संस्थान ने सालों में शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गुणवत्ता से ऐसा वर्चस्व स्थापित किया है जिससे इस महामारी के दौरान भी इस पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details