नई दिल्ली:राजधानी में गर्मी बढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी होने लगी है. दमकल विभाग ने भी आग से निपटने के लिए तैयारी कर ली है.
दमकल निदेशक अतुल गर्ग की मानें तो गर्मी में आग लगने का सबसे बड़ा कारण शॉर्ट-सर्किट होता है. इसे लेकर अगर कुछ सुरक्षा उपाय किये जायें तो आग लगने की घटनाओं से बचा जा सकता है. उन्होंने बताया कि बीते फरवरी के मुकाबले मार्च में गर्मी बढ़ने के साथ आग की कॉल भी बढ़ने लगी हैं. इसे ध्यान में रखते हुए दमकल विभाग ने तैयारी कर ली है. सभी गाड़ियों की मेंटेनेंस से लेकर उपकरण की ऑयलिंग हो चुकी है.
गर्मी के साथ बढ़ने लगी आग लगने की घटनाएं अप्रैल में बनाते हैं आउटपोस्ट
अतुल गर्ग ने बताया कि दमकल विभाग ग्रामीण इलाकों में अप्रैल में ही आउटपोस्ट बनाता है. दरअसल वहां आग लगने के समय दमकल की गाड़ियों को पहुंचने में समय लगता है. इसलिए वहां दमकल की एक गाड़ी तैनात की जाती है. इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिक अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे. इसकी शुरुआत भी जल्द ही की जाएगी. इसके अलावा दमकल के कर्मचारियों की छुट्टी भी कम कर दी गई हैं.
गर्मियों में ज्यादा तापमान होने से बढ़ती हैं घटनाएं
गर्मियों के समय अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है. ऐसे में मामूली चिंगारी भी निकलती है तो उससे आग लग जाती है. लू के दौरान लोग सड़क पर ही जलती हुई सिगरेट फेंक देते हैं, जिसके पत्तों के संपर्क में आते ही आग लग जाती है. आपको बता दें कि इस साल जनवरी में 1851 आग लगने की कॉल आई थीं. इनमें 29 लोगों की जान भी गई थी. वहीं फरवरी में 1700 कॉल आईं और 33 लोगों की मौत हुई. 14 मार्च तक 1057 कॉल आईं और 18 लोगों की मौत हुई. वहीं 2020 में आग लगने की 25 हजार 416 कॉल्स आईं थी. इन घटनाओं में 305 लोगों की मौत हो गई थी और 1204 लोगों की जान बचाई गई.