नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने दीपावली के अगले दिन होने वाले प्रदूषण (Pollution on Diwali In Delhi) को रोकने के लिए अहम फैसले लिए हैं. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि दीपावली दीए जलाकर सुंदर और स्वच्छ तौर पर मना सकते हैं. इसके लिए पटाखे छोड़ने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए 21 अक्टूबर को दिल्ली के कनॉट प्लेस में जन जागरूकता अभियान को शुरुआत हो रही है. इस दिन 51 हजार दिए जलाए जाएंगे, साथ ही दिल्ली में पटाखे के उत्पादन और भंडारण पर बैन लगाया गया है. इसके लिए टीम गठित कर दी गई हैं.
टीम हुई गठित, नियमों का उल्लंघन करने पर होगा एक्शन
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ईटीवी से बातचीत के दौरान कहा कि रेवेन्यू विभाग, दिल्ली पुलिस और डीपीसीसी के साथ मिलकर बैठक हुई है. बैठक में चर्चा हुई की गत वर्ष कई जगहों से सूचना मिली थी कि पटाखों पर बैन के बावजूद भी लोगों ने पटाखे जलाए. इसलिए इस साल हमने पुलिस अधिकारियों से खास तौर पर कहा है की विशेष तौर पर इस पर ध्यान दे. दिल्ली पुलिस ने 210 टीमों का गठन किया है. इसमें एसीपी रैंक के अधिकारी निगरानी करेंगे. रेवेन्यू विभाग ने 165 टीमों का गठन किया है. वहीं डीपीसीसी ने 33 टीमों का गठन किया है. कुल 408 टीमें बनाई गई हैं. इन टीमों में 1289 लोगों को नियुक्त किया गया है.
पटाखों के बिक्री, भंडारण, उत्पादन करने पर 6 महीने की जेल
दिल्ली में पटाखों के बिक्री, भंडारण, उत्पादन करने पर 5 हजार का जुर्माना के साथ 6 महीने की जेल होगी. इसके साथ ही साथ जो अवैध रूप से पटाखों की खरीदारी कर बेचते हैं और जलते हैं. उन पर 200 रुपए का जुर्माना के साथ 6 महीने की जेल होगी. दिल्ली में दीपावली के दिन यह टीमें दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में राउंड पर रहेगी. जहां नियमों का उल्लंघन किया जाएगा उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.
जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा
गोपाल राय ने कहा कि लोगों में पटाखों को लेकर जो धारणाएं हैं उन्हें रोकने के लिए 21 अक्टूबर को कनॉट प्लेस में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. जिसमे 51 हजार दिया जलाया जाएगा. यहां से लोगों को संदेश दिया जाएगा की वह दीपवाली पर दिया जलाए, पटाखों से दूरी बनाए.