नई दिल्लीः उर्दू के नामवर शायर पंडित आनंद मोहन जुत्शी उर्फ गुलजार देहलवी के निधन पर उर्दू साहित्य से ताल्लुक रखने वालों में गम का माहौल है. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें अपने-अपने तरीके से श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. इसी बीच पुरानी दिल्ली के एक शायर फरीद अहमद फरीद ने गुलजार देहलवी के निधन पर शोक प्रकट किया है.
फरीद अहमद फरीद ने कहा कि हम हिंदू-उर्दू एकता ट्रस्ट के नाम से एक संस्था चलाते हैं. जिसके हर प्रोग्राम में गुलजार देहलवी शामिल होते थे. इसके अलावा उनके निवास पर हर महीने एक अदबी बैठक होती थी, जिसमें वो मुझे बुलाते थे.
शायर फरीद अहमद फरीद ने कहा कि गुलजार देहलवी का इस तरह दुनिया से चले जाना उर्दू शायरी के साथ भारत की गंगा जमनी तहजीब का भी बड़ा नुकसान है, जिसकी भरपाई आसान नहीं होगी.