दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

सांप के जहर से कैसे बनता है नशा, जिसके आरोपों में घिरे हैं मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव, जानें सब - famous youtuber elvish yadav

भारत में इन दिनों सांपों के जहर का नशा करने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है. कई केसेज सामने आए हैं, जिनमें ऐसे खुलासे हुए हैं. नशा का यह ट्रेंड विदेशों से भारत में आया है. अब मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव पर रेव पार्टी में सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप लगा है. इसके बाद मामला एक बार फिर चर्चा में आ गया है. How does snake venom become intoxicating, Elvish Yadav accused of supplying snake venom in rave party, Famous YouTuber Elvish Yadav

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 3, 2023, 6:47 PM IST

Updated : Nov 3, 2023, 10:40 PM IST

नई दिल्ली: नोएडा की रेव पार्टियों में मशहूर यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर एल्विश यादव पर सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप लगा है. इसके बाद से रेव पार्टियों में स्नेक बाइट लेने और जहर से बने नशीले पदार्थ के सेवन की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है. जहां आम आदमी की जान सांप के काटने से चली जाती है वहीं, इन पार्टियों में कुछ ऐसे भी लोग आते हैं जो नशे में डूबने के लिए स्नेक बाइट लेते हैं. सांपों के जहर से कैसे बनता है नशा?, भारत में इसका क्या ट्रेंड हैं?, लोग क्यों इसका सेवन करते हैं? आदि इन सभी सवालों का जवाब इस खबर में पढ़िए...

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में नशा करने का नया ट्रेंड सामने आ रहा है. लोग कई घंटों और कई बार तो कई दिनों तक नशे में डूबे रहना चाहते हैं. इस तरह के लोगों के लिए कुछ कंपनियां नशीले पदार्थ में सांप के जहर का इस्तेमाल करती हैं. इससे नशे का डोज कई गुना बढ़ जाता है. सांपों के जहर में सबसे ज्यादा पसंदीदा कोबरा का जहर है, जिससे होने वाले नशे का इंपैक्ट सबसे अधिक होता है. बताया जा रहा है कि इससे होने वाला नशे का असर भी 5-6 दिनों तक रहता है. हालांकि, इससे कई मौते भी हुईं है. यही कारण है कि कोबरा के जहर से बने पाउडर और गोली की मांग अधिक है.

कोबरा के जहर की कीमत और असर दोनों ही इसके नशीले होने के मानक पर निर्भर करता है. कोबरा का जहर जितना जहरीला होगा उसकी कीमत और उससे होने वाला नशा भी उतना ही ज्यादा होगा. रेव पार्टियों में मिलने वाले कोबरा के जहर की एक गोली की कीमत 20 से 25 हजार रुपए तक होती है. वहीं, सामान्य सांप के जहर की गोली 10 हजार रुपए तक में मिल जाती है. सांपों के जहर की मांग बढ़ने के साथ ही कोबरा समेत अन्य सांपो की तस्करी की मांग भी भारत में बढ़ी है. बताया जाता है कि कोबरा का नशा करने के बाद सब धुंधला हो जाता है और कुछ समय के लिए शरीर सुन्न हो जाता है. उसके बाद अलग ही मदहोशी का एहसास होता है.

"रेव पार्टी में सांप के जहर का प्रयोग खास तौर से युवा करते हैं. रेव पार्टी का कल्चर पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है. रेव पार्टी में देखा जाए तो हर उस नशे का प्रयोग किया जाता है, जो पूरी तरह से प्रतिबंधित है. पार्टी ही गैर कानूनी तौर पर होती है." -एलएन राव, पूर्व पुलिस अधिकारी

कैसे होता है स्नेक बाइट का नशा: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ साल पहले चंडीगढ़ के पीजीआईएमई में स्नेक बाइट का नशा करने वालों पर अध्ययन किया गया था. इसमें पता लगाने की कोशिश की गई थी कि आखिर इनका नशा होता कैसा है? और इसका क्या असर होता है? संस्थान के रिपोर्ट्स के अनुसार, स्नेक बाइट करने के बाद सबसे पहले एक झटका महसूस होता है. इसके बाद नशा करने वाले में एक अलग ही उत्तेजना होती है. पहले और दूसरे दिन इस नशे में लोग खोए रहते हैं. अमूमन इसका नशा 5 से 6 दिनों तक अपना असर रखता है. कई मामलों में मौतें भी हो जाती हैं.

सांपों का नशा करने के लिए सबसे पहले इसके जहर को प्रोसेस किया जाता है. अन्य औषधियों के साथ मिलाकर इसके जहर का दबाव कम किया जाता है. उसके बाद इसे ड्रिंक्स में मिलाकर लोग नशा करने के लिए लेते हैं. इसका नशा काफी खतरनाक होता है.

काफी महंगा शौक है सांप के जहर का नशाः पूर्व पुलिस ऑफिसर एलएन राव ने बताया कि सांप के विष को निकालना बहुत मुश्किल काम है. जहर का पार्टी में प्रयोग करना पूरी तरह से प्रतिबंधित है, पर बड़े लेवल पर होने वाले पार्टियों में अक्सर इसका इस्तेमाल अन्य नशीली पदार्थ में मिलकर किया जाता है. इसका असर अन्य नशीले पदार्थ से ज्यादा होता है. यह काफी महंगा शौक है.

विदेशों से आया यह चलन:सांपों के जहर का नशा करने का चलन विदेशों से आया है. विदेश में कई जगह ऐसे हैं, जहां सांपों को पाला जाता है. सांप का नशा दूसरे नशे से ज्यादा ताकतवर होता है. जिसकी वजह से नशा करने वाले लोगों के बीच इसका चलन बढ़ रहा है. चीन के अलावा कुछ ऐसे देश हैं, जिसमें सांपों को ड्रिंक में रखकर उसके नशे का लेवल बढ़ाया जाता है. वहीं, भारत में सांपों का नशा करने के लिए कुछ समय तक जहरीले सांपों को राइस वाइन में भी रखा जाता है. देशी औषधि मिलाकर इसे प्रोसेस कर इसे परोसा जाता हैं.

तस्करी का बड़ा बाजार:इन दिनों देश में सांपों की तस्करी कई गुना बढ़ गई है. जहरीले सांपों के जहर की गोलियों की मार्केट प्राइस 6 हजार से 30 हजार तक होती है. यह रेट सांपो के जहरीले होने के हिसाब से तय होता है. इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत करोड़ो रुपए में होती है. कोबरा के जहर की बात करें तो आधे लीटर सांप के जहर की कीमत 20 लाख के करीब भी होती है.

ये भी पढ़ें:Noida Rave Case: बीजेपी सांसद मेनका गांधी ने कहा- एल्विश यादव को जल्द गिरफ्तार करो, एल्विश ने किया बचाव

सदियों से हो रहा सांप के जहर का इस्तेमाल:देश और दुनिया में कई सालों से जानवरों के जहर का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता रहा है. इन औषधियों में सांप का जहर भी शामिल हैं. कई केसेज में सांपों की जहर से बनी दवाई ने कई लोगों की जानें बचाई है. कैंसर और एड्स के कई सीवियर केसेज में कोबरा के जहर का इस्तेमाल किया जाता है.

ये भी पढ़ें:बिग बॉस विजेता एल्विश यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज, रेड डालकर पांच जहरीले सांप और जहर किया बरामद

Last Updated : Nov 3, 2023, 10:40 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details