नई दिल्ली: नोएडा की रेव पार्टियों में मशहूर यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी-2 के विनर एल्विश यादव पर सांपों का जहर सप्लाई करने का आरोप लगा है. इसके बाद से रेव पार्टियों में स्नेक बाइट लेने और जहर से बने नशीले पदार्थ के सेवन की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है. जहां आम आदमी की जान सांप के काटने से चली जाती है वहीं, इन पार्टियों में कुछ ऐसे भी लोग आते हैं जो नशे में डूबने के लिए स्नेक बाइट लेते हैं. सांपों के जहर से कैसे बनता है नशा?, भारत में इसका क्या ट्रेंड हैं?, लोग क्यों इसका सेवन करते हैं? आदि इन सभी सवालों का जवाब इस खबर में पढ़िए...
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में नशा करने का नया ट्रेंड सामने आ रहा है. लोग कई घंटों और कई बार तो कई दिनों तक नशे में डूबे रहना चाहते हैं. इस तरह के लोगों के लिए कुछ कंपनियां नशीले पदार्थ में सांप के जहर का इस्तेमाल करती हैं. इससे नशे का डोज कई गुना बढ़ जाता है. सांपों के जहर में सबसे ज्यादा पसंदीदा कोबरा का जहर है, जिससे होने वाले नशे का इंपैक्ट सबसे अधिक होता है. बताया जा रहा है कि इससे होने वाला नशे का असर भी 5-6 दिनों तक रहता है. हालांकि, इससे कई मौते भी हुईं है. यही कारण है कि कोबरा के जहर से बने पाउडर और गोली की मांग अधिक है.
कोबरा के जहर की कीमत और असर दोनों ही इसके नशीले होने के मानक पर निर्भर करता है. कोबरा का जहर जितना जहरीला होगा उसकी कीमत और उससे होने वाला नशा भी उतना ही ज्यादा होगा. रेव पार्टियों में मिलने वाले कोबरा के जहर की एक गोली की कीमत 20 से 25 हजार रुपए तक होती है. वहीं, सामान्य सांप के जहर की गोली 10 हजार रुपए तक में मिल जाती है. सांपों के जहर की मांग बढ़ने के साथ ही कोबरा समेत अन्य सांपो की तस्करी की मांग भी भारत में बढ़ी है. बताया जाता है कि कोबरा का नशा करने के बाद सब धुंधला हो जाता है और कुछ समय के लिए शरीर सुन्न हो जाता है. उसके बाद अलग ही मदहोशी का एहसास होता है.
"रेव पार्टी में सांप के जहर का प्रयोग खास तौर से युवा करते हैं. रेव पार्टी का कल्चर पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है. रेव पार्टी में देखा जाए तो हर उस नशे का प्रयोग किया जाता है, जो पूरी तरह से प्रतिबंधित है. पार्टी ही गैर कानूनी तौर पर होती है." -एलएन राव, पूर्व पुलिस अधिकारी
कैसे होता है स्नेक बाइट का नशा: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ साल पहले चंडीगढ़ के पीजीआईएमई में स्नेक बाइट का नशा करने वालों पर अध्ययन किया गया था. इसमें पता लगाने की कोशिश की गई थी कि आखिर इनका नशा होता कैसा है? और इसका क्या असर होता है? संस्थान के रिपोर्ट्स के अनुसार, स्नेक बाइट करने के बाद सबसे पहले एक झटका महसूस होता है. इसके बाद नशा करने वाले में एक अलग ही उत्तेजना होती है. पहले और दूसरे दिन इस नशे में लोग खोए रहते हैं. अमूमन इसका नशा 5 से 6 दिनों तक अपना असर रखता है. कई मामलों में मौतें भी हो जाती हैं.
सांपों का नशा करने के लिए सबसे पहले इसके जहर को प्रोसेस किया जाता है. अन्य औषधियों के साथ मिलाकर इसके जहर का दबाव कम किया जाता है. उसके बाद इसे ड्रिंक्स में मिलाकर लोग नशा करने के लिए लेते हैं. इसका नशा काफी खतरनाक होता है.