नई दिल्ली:कोविड की शुरुआत से दिल्ली पुलिस ने जनता के बीच जाकर काफी काम किया. इस दौरान 12 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हुए और 77 ने अपनी जान गंवा दी. ऐसे पुलिसकर्मियों के परिवार को महकमे की तरफ से बड़ी सहायता मुहैया करवाई जा रही है. अधिकांश पुलिसकर्मियों के परिवार को लगभग 50 लाख रुपये सहायता के रूप में दिए गए हैं. इसके साथ ही लगभग 25 परिवारों के एक शख्स को नौकरी भी दी जा चुकी है.
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के चलते मार्च 2020 में लॉक डाउन लगाया गया था. इसके कुछ ही दिन बाद भारत नगर थाने के सिपाही अमित की कोरोना से मौत हो गई थी. यह Covid से किसी पुलिसकर्मी की पहली मौत थी. लेकिन इसके बाद भी पुलिसकर्मियों का हौसला कम नहीं हुए और उन्होंने ने लोगों के बीच जाकर लगातार काम किया. इस दौरान दिल्ली पुलिस के 12 हजार से ज्यादा जवान कोरोना से संक्रमित हुए, जिसमें से 77 पुलिसकर्मियों की अब तक मौत भी हो चुकी है. वहीं कई पुलिसकर्मियों के परिवार ऐसे हैं, जो बेसहारा हो गए. यह पुलिसकर्मी अपने घर में कमाने वाले इकलौते शख्स थे.
Covid-19 से जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार को मिली महकमे से मदद, सरकार के वादे अब भी अधूरे - दिल्ली में Covid-19 से जान गंवाने वाले पुलिसकर्मी
कोविड में अपनी ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार को महकमे की तरफ से बड़ी सहायता मुहैया करवाई जा रही है. अधिकांश पुलिसकर्मियों के परिवार को लगभग 50 लाख रुपये सहायता के रूप में दिए गए हैं. इसके साथ ही लगभग 25 परिवारों के एक शख्स को नौकरी भी दी जा चुकी है. जबकि सरकार की तरफ से अभी भी कई पुलिसकर्मियों को मुआवजा नहीं दिया गया है.
इसके अलावा दिल्ली पुलिस martyr फंड से पुलिसकर्मियों को 15 लाख रुपये जबकि दिल्ली पुलिस फंड से 7 से 8 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी गई है. कोविड से मरने वाले अधिकांश पुलिसकर्मियों को यह राशि दी जा चुकी है. इसके साथ ही 25 परिवार के सदस्यों को दिल्ली पुलिस में नौकरी भी दी जा चुकी है.
दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी वेदभूषण ने कहा कि जिस तरह से कोविड मृतक पुलिसकर्मियों के परिवार को सहायता मिली है, वह सराहनीय है. इन पुलिसकर्मियों ने अपना फर्ज़ निभाते हुए अपनी जान गंवा दी. ऐसे में महकमे की यह जिम्मेदारी बनती है कि उनके परिवार का ख्याल रखें. पुलिस अधिकारियों ने जिस तरह से ऐसे मामलों में सहायता की है, वह काबिले तारीफ है. इससे पूरी पुलिस फोर्स में यह संदेश गया है कि अगर उन्हें कुछ हो जाये तो भी उनके परिवार का ख्याल रखा जाएगा. इसकी वजह से पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान कभी भी जान की बाजी लगाने से नहीं डरेगा.
पूर्व एसीपी वेदभूषण ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने अभी कोविड से मरने वाले शख्स के परिवार को 50 हजार रुपये एकमुश्त सहायता एवं 2500 रुपये की पेंशन देने की घोषणा की है. पुलिसकर्मी भी इसके लिए आवेदन कर रहे हैं लेकिन दिल्ली सरकार का यह कदम ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना योद्धाओं को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी. लेकिन अधिकांश पुलिसकर्मियों को उन्होंने कोई सहायता नहीं दी. सिपाही अमित का परिवार इसे लेकर हाई कोर्ट भी गया हुआ है. उन्होंने कहा कि नए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना से पुलिसकर्मियों को उम्मीद है कि वह उनकी भलाई के लिए काम करेंगे.