नई दिल्ली:राजाधानी केग्रेटर कैलाश इलाके में स्थित एचडीएफसी बैंक की कैश डिपॉजिट मशीन में पांच लाख रुपए के नकली नोट जमा करने का मामला सामने आया है. सूत्रों के अनुसार बैंक में जमा किए गए ये नोट 100 और 500 रुपए के हैं. बैंक मैनेजर ने इन नोटों की सूचना ग्रेटर कैलाश थाने में दी, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने बताया कि उसको यह रुपए एक मनी एक्सचेंजर से मिले थे, जिसने कमीशन का लालच देकर प्रतिभा कुमारी नाम की खाताधारक के अकाउंट में जमा करने को कहा था. पुलिस खाताधारक प्रतिभा कुमारी से पूछताछ कर रही है. साथ ही मनी एक्सचेंज करने वाले की भी तलाश की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, जीके 1 स्थित एचडीएफसी बैंक की एक कैश डिपाजिट मशीन में 500 रुपए के 100 नोट जमा किए गए थे. इन नकली नोटों को मशीन ने डिटेक्ट कर लिया था. सभी नोटों की जांच करने पर पता चला कि वह फर्जी हैं. वहीं मामला नकली नोटों से जुड़ा होने के कारण दिल्ली पुलिस भी तुरंत आरोपियों की तलाश में जुट गई. सबसे पहले पुलिस ने संगम विहार निवासी प्रतिभा कुमारी से संपर्क किया, जिसने बताया कि खाते में काफी दिनों से पैसे जमा ही नहीं किए हैं. इसलिए उसे नहीं पता कि आखिर ये रुपए उसके अकाउंट में किसने डाले.
मशीन से मिली फोटो के आधार पर आरोपी गिरफ्तार:कैश डिपॉजिट मशीन में रुपए जमा करते समय जमाकर्ता की तस्वीर कैप्चर हो जाती है. बैंक मैनेजर ने दिल्ली पुलिस को जमाकर्ता की तस्वीर उपलब्ध कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने संगम विहार से आरोपी को गिरफ्तार किया. उसने बताया कि वह प्रतिभा कुमारी और मनी एक्सचेंजर दोनों को नहीं जानता.
ऐसे होती है नकली नोटों की पहचान:कैश डिपाजिट मशीन नकली नोटों को तुरंत पकड़ लेता है, लेकिन वह नोट वापस नहीं करता. नकली नोट कैश डिपॉजिट मशीन के एक सेपरेट बॉक्स में जाते हैं. इसके बाद बैंककर्मी इसे निकालकर अलग रखते हैं. इस मामले में भी ऐसा हुआ. मशीन नकली नोटों को तब भी पकड़ लेती है जब नकली नोट कुछ असली नोटों के बीच में रखकर जमा किए जाते हैं. बैंक मैनेजर ने बताया कि ऐसे नोटों को पहचानकर मशीन जब्त कर लेती है, लेकिन यह रुपए खाताधारक के अकाउंट में क्रेडिट नहीं किए जाते हैं.
बैंक मैनेजर ने बताया कि यह नोट प्रोफेशनली तैयार नहीं किए गए हैं और इन्हें देखकर कोई भी पहचान सकता है कि ये नकली नोट हैं. दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह नोट बहुत ही साधारण क्वालिटी के लग रहे हैं. पुलिस अभी गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर के यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह नोट आखिर उसे कहां से मिले और कहीं वह किसी बड़े गिरोह से तो नहीं जुड़ा. पुलिस खाताधारक प्रतिभा कुमारी से भी पूछताछ करके जानकारी जुटा रही है.
नोटों को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा:पकड़े गए सभी नकली नोटों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा है. बैंक ने इस बारे में भारतीय रिजर्व बैंक को भी सूचना दे दी है. फिलहाल जाली नोटों की फॉरेंसिक लैब में जांच की जा रही है. इन नोटों की सत्यता परखने के अलावा लैब में फिंगरप्रिंट्स भी लिए जा रहे हैं, जिससे चेन तैयार की जा सके कि ये नोट किन-किन हाथों से होकर गुजरे हैं.