नई दिल्ली/कोरबा:राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी से विधायक महेंद्र गोयल बुधवार को कोरबा प्रवास पर रहे. गोयल दिल्ली की रिठाला विधानसभा से विधायक हैं. जिन्हें 5 बार सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार मिल चुका है. कोरबा प्रवास पर पहुंचे विधायक गोयल ने ETV भारत से खास बातचीत की, इस दौरान उन्होंने यह भी जिक्र किया कि 3 साल बाद छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी एक बड़ी ताकत बनकर उभरेगी और हम छत्तीसगढ़ में भी सरकार बनाएंगे. गोयल ने कोरबा जिले की जर्जर सड़कों पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह बेहद शर्मनाक स्थिति है.
'अपने क्षेत्र में ही नौकर बन जाएंगे किसान'
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन और कृषि बिल पर महेंद्र गोयल ने कहा कि नए बिल में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की बात हो रही है. इसमें सबसे घातक प्रावधान यह है कि किसान अपने खेत में नौकर बन जाएंगे. बड़ी कंपनियां उनकी भूमि पर खेती करेगी, जिससे खाद्य पदार्थों के दाम बेहद बढ़ जाएंगे. किसान को कोर्ट जाने का भी अधिकार नहीं होगा. किसान आज खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. गोयल ने यह भी कहा कि आंदोलन में शामिल किसानों को दिल्ली सरकार हर तरह से सुविधा प्रदान कर रही है. दिल्ली के सभी बॉर्डर पर भोजन के इंतजाम से लेकर ठंड के मौसम में दवा और सभी बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम किया गया है.
'नहीं किया अपमानजनक शब्दों का प्रयोग'
कृषि आंदोलन के दौरान आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल और अपमानजनक नारों के सवाल पर गोयल ने कहा कि इस आंदोलन में कभी भी किसी तरह के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया गया है. बीजेपी को परेशानी इसलिए हो रही है, क्योंकि यह आंदोलन उनके खिलाफ है. चंद लोगों से नारे लगवाकर और उसका दुष्प्रचार करना यह सही नहीं है. आंदोलन के दौरान कभी भी ऐसे नारे नहीं लगाए गए, जिससे कि देश को शर्मसार होना पड़े. यह आंदोलन जितना शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. मैंने अपने जीवन में कभी भी ऐसा आंदोलन नहीं देखा है.
'एमएसपी का नहीं है प्रावधान'
बिल की सबसे बड़ी खामी के सवाल पर गोयल का कहना है कि बिल में एमएसपी का प्रावधान नहीं है. जोकि सबसे ज्यादा परेशानी वाली बात है. सरकार इसे लिखित में क्यों नहीं दे रही है, वह एमएसपी की व्यवस्था कर इसका लिखित प्रबंध कर दें. वे कहते हैं कि हमारी सरकार ने कह दिया या पीएम ने कह दिया, लेकिन आने वाले समय में यदि दूसरी पार्टी की सरकार आ गई तो पीएम दूसरी पार्टी का होगा, तब किसानों का क्या होगा यह बड़ा सवाल है.
पढ़ें-किसान आंदोलन: गतिरोध दूर करने इस बड़े नेता ने दिए ये सुझाव
'अन्ना को नहीं भूले, वह प्रेरणा स्त्रोत'
अन्ना हजारे के आंदोलन से ही पार्टी का उद्गम हुआ था और पार्टी अन्ना को भूल गई? इस प्रश्न के उत्तर में गोयल का कहना है कि आम आदमी पार्टी अन्ना हजारे को नहीं भूली है. वह हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं, और अब भी जरूरत पड़ने पर हम उनसे आवश्यक सलाह लेते रहते हैं.