नई दिल्ली: दिल्ली में मानसून की डरावनी दस्तक से हर किसी का दिल दहल गया. बीते कुछ दिनों से यमुना के बढ़े जलस्तर ने तटीय इलाकों को बुरी तरह से अपनी चपेट में ले लिया है. तेज बारिश के कारण सड़कों और कई जगहों पर जलभराव की समस्या देखी गई. इससे बहुत से लोगों की गाड़ियां खराब हो गई. वहीं यमुना की बाढ़ में कइयों की गाड़ियां पूरी डूब गई. वहीं कई लोगों की नई गाड़ियों के इंजन पानी में डूबने से सीज हो गए. करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ.
दिल्ली में मजनू का टीला, मोनेस्ट्री और सिविल लाइंस जैसे पॉश इलाके में पानी भर गया था. यहां से बहुत सी ऐसी तस्वीरें सामने आई, जिसमें गाड़ियां पानी में डूबी दिखाई दी. बरसात के दिनों में तमाम गाड़ियां चलते-चलते बंद हो जाती है. सड़कें गीली होने से गाड़ियों के फिसलने का भी डर रहता है. कार या बाइक से दफ्तर आने-जाने वालों के मन में हमेशा डर बना रहता है कि कहीं गाड़ी रास्ते में रुक जाए, तो क्या करेंगे? आज इस रिपोर्ट में आपको बताएंगे कि अगर बारिश या जल भराव की स्थिति में गाड़ी बंद हो जाए, तो किस तरह के एहतियात बरतने चाहिए.
ऑटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट एसोसिएशन के फाउंडर प्रेसिडेंट रहे नरेंद्र मदन ने बताया कि अगर बारिश के दिनों में जलभराव के कारण अचानक 4 पहिया वाहन बंद हो जाए तो उसको कभी भी स्टार्ट करने की भूल न करें. बार-बार स्टार्ट करने से इंजन में पानी चला जाता है. इससे गाड़ी का इंजन सीज भी हो सकता है.
चार पहिया वाहन बंद हो जाए तो क्या करें?
- अगर गाड़ी स्टार्ट नहीं होती तो किसी मैकेनिक की मदद लें.
- एग्जॉस्ट में पानी न जाने दें
- एग्जॉस्ट में पानी जाने से इंजन खराब हो जाता है, इसलिए इसे पानी से बचाकर चलें..
- अगर किसी जगह खूब पानी भरा हो, तो गाड़ी को किसी सेफ जगह पर पार्क कर दें.
- गाड़ी में पानी भरने लगा, तो गाड़ी से बाहर आ जाएं. इस सिचुएशन में वायरिंग में शॉर्ट सर्किट हो सकता है और गाड़ी लॉक हो सकती है.
इमरजेंसी में खिड़की तोड़े:पानी भरने से अगर गाड़ी लॉक हो गई है. आप बाहर नहीं आ पा रहे, तो खिड़की तोड़ दें. गाड़ी में छोटा हथौड़ा रखें, जो ऐसी सिचुएशन में काम आ सकता है. अगर गाड़ी में हथौड़ा नहीं है तो हेडरेस्ट के रॉड से शीशे तोड़ सकते हैं.
पानी निकलने के बाद क्या करें?:अगर आपकी गाड़ी पानी से बाहर आ गई, तो तत्काल उसका मोबिल ऑयल और फिल्टर बदलवा दें. इससे आपकी गाड़ी का इंजन सुरक्षित रहेगा. ये दोनों काम करवाने के बाद गाड़ी को कुछ समय तक स्टार्ट न करें. एक दिन के लिए गाड़ी का बोनट खुला छोड़ दें, जिससे उसके अंदर भीग चुके तार अच्छे से सूख जाए.
गाड़ी स्टार्ट करने की जल्दी न करें: गाड़ी को तभी दोबारा स्टार्ट कारण चाहिए, जब उसका मोबिल ऑयल और फिल्टर चेंज हो जाए. अगर ऐसा नहीं किया, तो गाड़ी को स्टार्ट करते ही भारी नुकसान हो सकता है.