नई दिल्ली: पश्चिमी नौसेना कमान औद्योगिक कर्मचारियों ने सीजीएचएस सुविधा की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. पश्चिमी नौसेना कमान औद्योगिक यूनियन के करीब 250 से अधिक कर्मचारियों ने जंतर मंतर पर सीजीएचएस सुविधा की मांग को लेकर धरना देने जंतर-मंतर पहुंचे. उनमें काफी आक्रोश दिखा.
प्रदर्शन में शामिल स्वप्निल शिंदे और प्रवीण मलिक ने बताया कि हम लोग महाराज से इकट्ठा होकर जंतर मंतर पर सीजीएचएस सुविधा की मांग को लेकर प्रदर्शन करने आए हैं. जो हमारा अधिकार है. वह केंद्र सरकार को देना चाहिए. कुछ कागजी गलतियों की वजह से हमारे कुछ कर्मचारियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि सीजीएचएस हमारा अधिकार है और हर कर्मचारी को केंद्र सरकार की तरफ से यह फैसिलिटी दी जाती है. हमारी मांग है कि इसको जारी किया जाए, जो कर्मचारी दिन और रात काम करते हैं. उनके परिवार के स्वास्थ का भी ध्यान रखा जाए. इसलिए हम अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर आए हैं. हमारी कुछ गलतियों की वजह से आधे लोगों को यह फैसिलिटी मिल पा रही है और कुछ लोग इस से वंचित रह रहे हैं. हमारी मांग है कि सरकार इस पर दखल दे और उन गलतियों को सुधार कर हमें सीजीएचएस की सुविधा दी जाए.
क्या होता है सीजीएचएस स्कीम और किन कर्मचारियों को लाभ मिलता है
केंद्र सरकार की एक हेल्थ स्कीम है. इस योजना का लाभ केवल केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनरों और उनके आश्रितों को मिलता है. योजना के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों को हॉस्पिटल में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलती है, उन्हें अस्पताल का बिल या फिर महंगी दवाइयां खरीदने के लिए अपनी जेब से रुपये खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती. वर्तमान में सीजीएचएस की सुविधा देश भर के 72 शहरों में उपलब्ध है.
किसे मिलता है इस योजना का लाभ
- केंद्र सरकार के कर्मचारी और उनके आश्रित परिवार के सदस्य
- वर्तमान और पूर्व सांसद, पूर्व राज्यपाल और उपराज्यपाल
- केंद्र सरकार के पेंशनर और उनके परिवार के पात्र सदस्य
- सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के मौजूदा और पूर्व न्यायाधीश
- स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व उपराष्ट्रपति, केंद्र सरकार से मान्यताप्राप्त पत्रकार
- दिल्ली पुलिस के कार्मिक, रेलवे बोर्ड व पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी
- केंद्रीय पब्लिक सेक्टर के अंडरटेकिंग्स से पेंशन प्राप्त कर रहे कर्मचारी