नई दिल्ली: 15 अक्टूबर से रामलीला मंचन की शुरुआत होने जा रही है, जो 24 अक्टूबर तक चलेगा. हर साल राजधानी दिल्ली में धूमधाम के साथ भव्य रामलीला का मंचन किया जाता है. वहीं, इस बार दशहरा के दिन राजधानी में सनातन धर्म विरोधियों के पुतले जलाए जाएंगे.
दरअसल, दिल्ली भाजपा ने सनातन धर्म विरोधियों के पुतले जलाने का रामलीला समितियों से आह्वान किया था. भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने शनिवार को वीरेंद्र सचदेवा के निर्देश पर दिल्ली धार्मिक महासंघ और रामलीला समितियों को एक अपील पत्र में सनातन धर्म विरोधी अभियान की ओर ध्यान आकर्षित किया.
दिल्ली भाजपा ने सनातन विरोधियों के पुतले जलाने का रामलीला समितियों से किया आह्वान पत्र में कहा गया कि रामलीला सनातन धर्म अनुयायियों को प्रभावित करने वाला एक बड़ा आयोजन है. रामलीला समितियां दशहरा के दिन पारंपरिक तीन पुतलों के साथ सनातन धर्म विरोधियों का पुतला भी जलाएं. भाजपा के पत्र पर रामलीला समितियों का अच्छा समर्थन सामने आया है.
जिन लोगों ने समर्थन का आश्वासन दिया है उनमें ये शामिल:
- दिल्ली धार्मिक महासंघ के धीरज धर गुप्ता
- नव श्री धार्मिक लीला समिति लाल किला के बृज मोहन गोटेवाला और रवि कप्तान
- केशव रामलीला समिति, पीतमपुरा के अशोक गोयल
- सतीश उपाध्याय दक्षिण दिल्ली की कई रामलीला समितियों से जुड़े हुए हैं
- आदर्श रामलीला कमेटी अशोक विहार के सतीश गर्ग
- अशोक विहार रामलीला कमेटी के महेंद्र नागपाल
- रामलीला समिति इन्द्रप्रस्थ, पूर्वी दिल्ली के सुरेश बिंदल
- द्वारका रामलीला सोसायटी, सेक्टर 10 द्वारका के राजेश गहलोत
- नव श्री मानव धर्म रामलीला कमेटी मॉडल टाउन के विकेश सेठी
- लव कुश रामलीला कमेटी मंडोली पूर्वी दिल्ली के मनोज त्यागी
- श्री नव युवक रामलीला कमेटी, कश्मीरी गेट के सरदार अवतार सिंह
बता दें, कई अन्य रामलीला समितियों ने व्हाट्सएप पर संदेश भेजा है. रामलीला समितियों के पदाधिकारियों ने अपना समर्थन दिया है. वे जल्द अपनी समितियों में निर्णय लेंगे और औपचारिक घोषणा करेंगे.
ये भी पढ़ें:
- Ramlila In Delhi: गली-कूचों से निकली रामलीला का स्वरूप हो गया विशाल, जानें इनसे जुड़ी बातें
- दिल्ली में दुर्गा पूजा उत्सव में रात 12 बजे तक लाउडस्पीकर चल सकेंगे, केजरीवाल सरकार का आदेश