नई दिल्ली: देश भर में सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन लगातार जारी है. इस कड़ी में दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले रामजस कॉलेज में लेफ्ट समर्थित छात्रों ने एम्फीथिएटर पर सीएए और एनआरसी के विरोध में प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार, सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शनकारियों ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी.
रामजस कॉलेज में छात्रों ने पढ़ी संविधान की प्रस्तावना सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुआ प्रदर्शन
रामजस कॉलेज में बड़ी संख्या में छात्र एम्फीथिएटर पर मौजूद रहे. इस दौरान प्रदर्शनकारी छात्रों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी की. साथ ही राष्ट्र गान भी गाया.
छात्रों को नहीं थी प्रदर्शन की परमिशन
कॉलेज प्रशासन ने एम्फीथिएटर पर किसी भी तरह के प्रदर्शन और प्रोग्राम की अनुमति नहीं दी थी. उसके बावजूद ये प्रदर्शन आयोजित किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस के जवान भी मौजूद रहे थे. इस प्रदर्शन के चलते कॉलेज में बिना आई-कार्ड चेक किए किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा था.
कॉलेज में छात्रों का प्रदर्शन कॉलेज में पुलिस रही मौजूद
बता दें कि प्रदर्शन के चलते कॉलेज के अंदर एम्फीथिएटर पर बड़ी संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान भी मौजूद थे. वहीं पुलिस ने इन प्रदर्शनकारी छात्रों से प्रदर्शन करने के लिए अनुमति नहीं होने का हवाला देते हुए प्रदर्शन खत्म करने अपील की. इस मौके पर कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर मनोज खन्ना भी मौजूद रहे.
प्रदर्शन पर कॉलेज प्रशासन की सफाई
वहीं रामजस कॉलेज में सीएए और एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शन को लेकर जब कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर मनोज खन्ना से बात की तो उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन की ओर से एम्फीथिएटर में किसी भी तरह के प्रोग्राम और प्रोटेस्ट की अनुमति नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा कि इन छात्रों ने ये नहीं बताया था कि वो किस लिए वो प्रोग्राम या प्रदर्शन करना चाह रहे हैं. क्योंकि अगर इस प्रकार की चीज बिना इजाजत के होती है, तो जो समर्थन में लोग हैं. वो अगर आ जाते हैं, तो फिर स्थिति को नियंत्रण में करना काफी मुश्किल हो जाता है.