नई दिल्ली:एक आदर्श शिक्षक वही होता है जो हर परिस्थिति में खुद को ढाल ले और हर कठिनाई से निकलने का रास्ता बता दे. शायद इसलिए शिक्षक का दर्जा सबसे ऊंचा होता है. अचानक से हुए लॉकडाउन के बाद शिक्षकों के सामने सबसे बड़ी समस्या थी ऑनलाइन टीचिंग की.
डीयू शिक्षक ने दिया ऑनलाइन टीचिंग का प्रशिक्षण ऐसी शिक्षण पद्धति जो उन्होंने पहले कभी इस्तेमाल नहीं की. लेकिन इस परेशानी से शिक्षकों ने हार नहीं मानी, बल्कि आपसी तालमेल से ही इसका निदान भी निकाला.
ऐसे ही एक शिक्षक है दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर निखिल राजपूत. जिन्होंने अपने सहयोगी शिक्षकों की समस्याओं को समझ कर, इसका समाधान निकालते हुए सभी को ऑनलाइन क्लासेस का प्रशिक्षण देने की पहल की.
शिक्षकों को दिया ऑनलाइन टीचिंग का प्रशिक्षण
कोरोना संक्रमण के विस्तार को देखते हुए आनन फानन में शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया था और छात्रों की पढ़ाई जारी रहे. इसको लेकर ऑनलाइन टीचिंग का विकल्प अपनाया गया. लेकिन इस विकल्प में सबसे बड़ी चुनौती शिक्षकों के सामने थी. क्योंकि ज्यादातर शिक्षकों को तकनीकी रूप से इतनी जानकारी ही नहीं थी कि किस तरह बच्चों को पढ़ाएं.
शिक्षकों को इस तरह की टीचिंग के लिए कोई प्रशिक्षण भी नहीं मिला था. ऐसे शिक्षकों की समस्या का हल बनकर आए दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ निखिल राजपूत. डॉ निखिल ने ऑनलाइन मोड से ही देश के कई राज्यों के शिक्षकों को ऑनलाइन टीचिंग का प्रशिक्षण दिया. बता दें कि अभी तक वो हजार से ज्यादा शिक्षकों को प्रशिक्षित कर चुके हैं.
लाइव इंटरेक्शन और रिकार्डेड लेक्चर्स के जरिए दी जा रही है ट्रेनिंग
डॉ. निखिल ने कहा कि शहर के स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को, तो फिर भी थोड़ा बहुत तकनीकी ज्ञान होता है, लेकिन जो शिक्षक गांव देहात के होते हैं. उन्हें तकनीकी रूप से पढ़ाने को लेकर कोई जानकारी नहीं होती है. इस समय उन्हें तकनीकी ज्ञान के जरिए पढ़ाने की बहुत जरूरत है. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने या पहल की है.
उन्होंने बताया कि शिक्षकों को ये प्रशिक्षण दिया गया कि किस तरह वो अपने वीडियो लेक्चर तैयार कर सकते हैं. क्लासरूम मैनेज कर सकते हैं. बच्चों की ओर से भेजे गए काम का रिकॉर्ड रख सकते हैं.
उन्होंने कहा कि पहले प्रशिक्षण के लिए लाइव ऑनलाइन टीचिंग मेथड अपनाया गया था, लेकिन उसमें कई शिक्षकों ने असहजता महसूस नहीं की. जिसको देखते हुए रिकार्डेड लेक्चर भी तैयार किए गए हैं. जिसे बार-बार पॉज करके और रिपीट करके शिक्षक तकनीकी ज्ञान ले रहे हैं और लाभान्वित हो रहे हैं.