नई दिल्ली:डीएमआरसी द्वारा शुरू की गई चालक रहित मेट्रो यात्रियों के लिए 100 फीसदी सुरक्षित होगी. डीएमआरसी का दावा है कि इस मेट्रो में मानवीय भूल का कोई चांस नहीं है. इसलिए इस पर सफर करना पहले से भी ज्यादा सुरक्षित होगा. सबसे खास बात यह है कि यह मेट्रो सुबह उठने से लेकर परिचालन के बाद डिपो में जाकर सोने का काम भी खुद ही करेगी.
चालक रहित मेट्रो 100 फीसदी सुरक्षित, सुबह से रात तक खुद करेगी अपना काम - दिल्ली में ड्राइवरलैस मेट्रो
दिल्ली मेट्रो द्वारा शुरू की गई चालक रहित मेट्रो यात्रियों के लिए 100 प्रतिशत सुरक्षित होगी. ये मेट्रो सुबह अपने परिचालन से लेकर डिपो में जाकर अपना इंजन खुद ही बंद करेगी.
10 मिनट में अपनी जांच पूरी करेगी मेट्रो
डीएमआरसी के अनुसार अभी के समय में मेट्रो को चलाने के लिए चालक को लगभग एक घंटे पहले पहुंचना पड़ता है. वहां पहुंचने के बाद वह मेट्रो को स्टार्ट कर उसकी लगभग आधे घंटे तक जांच करता है. इसमें ब्रेक, लाइट, एसी आदि की जांच की जाती है. इसके बाद चालक मेट्रो को डिपो से लेकर निकलता है. लेकिन चालक रहित मेट्रो में ऐसा नहीं होगा. तय समय पर यह मेट्रो खुद स्टार्ट होगी. महज 10 मिनट में वह ट्रेन की सभी जांच को पूरा करेगी और फिर डिपो से परिचालन के लिए निकल जायेगी. रात को फेरे पूरा करने के बाद यह ट्रेन अपने आप डिपो में जाएगी और वहां ऑफ होकर सो जाएगी.
पहले से ज्यादा सुरक्षित होगा सफर
डीएमआरसी के अनुसार, पहले मेट्रो परिचालन के दौरान चालक से किसी प्रकार की मानवीय भूल होने की संभावना थी. चालक को कभी नींद की झपकी भी आ सकती है. लेकिन चालक रहित मेट्रो में किसी प्रकार की गलती की संभावना नहीं है. इसलिए उनकी यात्रा पहले से ज्यादा सुरक्षित रहेगी. अभी इस लाइन पर कुल पांच चालक रहित मेट्रो चलाई गई हैं और इसकी जानकारी भी घोषणा के जरिए दी जा रही है. आने वाले समय में धीरे-धीरे सभी मैजेंटा मेट्रो को चालक रहित बना दिया जाएगा. अधिकारियों के अनुसार पहले भी ऑटोमेटिक मोड़ में यह ट्रेन चल रही थी. चालक केवल गेट खोलने एवं बंद करने का काम करता था. लेकिन अब यह काम भी अपने आप ही होगा.
सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम से चलेगी मेट्रो
चालक रहित मेट्रो के लिए मैजेंटा और पिंक लाइन पर सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम लगा हुआ है जो सीधे सेटेलाइट से जुड़ा है. इस सिग्नल से यह मेट्रो ऑपरेट होगी. चलने वाली प्रत्येक मेट्रो की लाइव फीड कंट्रोल रूम को मिलती रहेगी. किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर यात्री अलार्म बजाकर इसकी जानकारी दे सकेंगे और कंट्रोल रूम से उसका समाधान किया जाएगा. अगर किसी मेट्रो में खराबी आती है तो तुरंत उसे हटाकर दूसरी मेट्रो को डिपो से रवाना किया जाएगा. पहले इस कार्य मे समय लगता था. अभी चालक केबिन में मौजूद रहेगा ताकि लोगों का विश्वास इस सिस्टम पर बढ़ सके. लोगों का विश्वास बनने पर उस चालक को केबिन से हटा दिया जाएगा.
जून से पिंक लाइन भी होगी चालक रहित
डीएमआरसी के अनुसार, मैजेंटा लाइन के बाद पिंक मेट्रो लाइन को भी चालक रहित चलाया जाएगा. इस मेट्रो लाइन पर भी चालक रहित मेट्रो चलाने की सुविधा है. उनका मानना है कि आगामी जून महीने से पिंक लाइन पर भी मेट्रो को चालक रहित चलाया जाएगा. इसके साथ ही मेट्रो के चौथे फेज में बनने वाली सभी मेट्रो में चालक रहित चलने की सुविधा होगी.