नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो में रोजाना 60 लाख से अधिक यात्री सफर करते हैं. मेट्रो के अंदर आयए दिन चोरी के भी मामले आते हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो मेट्रो के चोरी करने के मामले में पुलिस ने इस साल अब तक 77 महिलाओं को गिरफ्तार किया है. जबकि पिछले वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 38 था. यानी मेट्रो में महिलाओं द्वारा चोरी करने के मामले इस वर्ष बढ़े हैं. मेट्रो में महिलाएं गैंग बनाकर यात्रियों से चोरी करती हैं. इनके निशाने पर मोबाइल, गहने, कैश व अन्य सामान होता है.
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक इस साल मेट्रो में 46 सौ से अधिक चोरी के मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले वर्ष मेट्रो में चोरी के 27 सौ मामले दर्ज किए गए थे. इन मामलों में पिछले वर्ष 2022 में 38 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था, जबकि इस 18 दिसंबर तक 77 महिलाओं को चोरी के आरोप में पकड़ा गया है. सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के जरिए मेट्रो में चोरी करने वाली इन महिलाओं को पकड़ा गया है.
इस तरह महिलाएं मेट्रो में करती हैं चोरी
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक महिलाओं का गैंग मेट्रो में यात्रियों की तरह सवार होता है. ये महिलाएं पहले रेकी करती हैं कि कहां पर वह किस यात्री से क्या चोरी कर सकती हैं ? इसके बाद उस यात्री को घेर कर खड़ी हो जाती हैं. भीड़ में चोरी की वारदात को अंजाम देकर निकल जाती हैं. महिला चोर गैंग के निशाने पर मोबाइल फोन, महिलाओं के गहने, पर्स आदि रहते हैं.
मेट्रो में चोरी करने वाली महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद जब पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ की तो सामने आया कि मेट्रो में चढ़ने और उतरने के दौरान वह आसानी से वारदात को अंजाम दे पाती हैं. इतना ही नहीं महिलाएं भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर सक्रिय रहती हैं. ज्यादातर वारदातें सुबह और शाम को पीक आवर के दौरान करती हैं. अधिकारियों के मुताबिक सबसे ज्यादा चोरी की वारदातें ब्लू लाइन पर मेट्रो में हुई हैं. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ऐसे स्थान जहां पर सबसे ज्यादा चोरी की वारदातें हो रही हैं उन मेट्रो स्टेशन पर सादे कपड़ों में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही चोरी करने वाली महिलाओं की तस्वीरें मेट्रो स्टाफ से भी साझा की गई हैं.