दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

पुलिस के चार्जशीट में दावा: दिल्ली दंगों में ISI-खालिस्तानियों की मुख्य भूमिका

दिल्ली दंगा हुए अगले महीने एक साल पूरा हो जाएगा. दिल्ली दंगों की जांच में लगी पुलिस अब इन दंगों की चार्जशीट दाखिल करने में लगी हुई है. इस बीच नई-नई बातें निकलकर सामने आ रही हैं. दिल्ली दंगों से लगातार दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल इन दंगों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानियों के कनेक्शन की जांच कर रही है.

khalistani and ISI agents play major role in delhi riots
दिल्ली दंगों में ISI-खालिस्तानियों की भूमिका

By

Published : Jan 11, 2021, 8:39 PM IST

नई दिल्ली:फरवरी 2020 में हुए दंगे मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को अहम सुराग मिले हैं. जून 2020 में स्पेशल सेल ने लंबी छानबीन और छापेमारी के बाद कुछ खालिस्तानी को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद स्पेशल सेल अब इन सब मामलों को लेकर एक विस्तृत चार्जशीट तैयार कर रही है.

आईएसआई और खालिस्तान का मिला था साथ

स्पेशल सेल द्वारा तैयार किए जा रहे चार्जशीट के डिस्क्लोजर स्टेटमेंट में आरोपियों के बयान दर्ज किए गए हैं. जिनमें यह खुलासा किया गया है कि दिल्ली दंगों में खालिस्तान और आईएसआई के एजेंटों की भी भूमिका थी. आईएसआई और खालिस्तान समर्थक दिल्ली दंगों से पहले दिल्ली के विभिन्न इलाकों में चल रहे सीएए एनआरसी के खिलाफ प्रोटेस्ट में भी शामिल हुए थे. चार्जशीट में इस बात का भी उल्लेख है कि आईएसआई के इशारे पर कुछ खालिस्तानी समर्थक पंजाब से दिल्ली आए थे और काफी दिनों तक शाहीन बाग आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे थे.

लवप्रीत सिंह के बयान से हुआ खुलासा

गौरतलब है कि शाहीन बाग आंदोलन में सक्रिय रहे खालिस्तान समर्थक लवप्रीत सिंह को स्पेशल सेल ने जून महीने में गिरफ्तार किया था, जब लवप्रीत टारगेट किलिंग को अंजाम देकर पड़ोसी देश में ट्रेनिंग लेने जा रहा था. लवप्रीत और बगीचा सिंह पंजाब से आए कई लोगों के साथ शहीन बाग में रुके हुए थे. इसके अलावा कुछ खालिस्तानी समर्थक दिल्ली के चांद बाग इलाके में भी गए थे जहां उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था.

ये भी पढ़ें:-HC का निर्देश: नर्सरी में दाखिले टालने पर विचार करे दिल्ली सरकार

50 से ज्यादा लोगों को गंवानी पड़ी थी जान

गौरतलब है कि साल 2020 के फरवरी महीने में दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में दंगे हुए थे, जिनमें 50 से भी ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इस दंगे में सैकड़ों नागरिक के घर और दुकान भी जला दिए गए थे. पूरे मामले की जांच दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच कर रही है और इन मामलों में अब तक हजार से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details