नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड ने 11 जगहों से पानी के सैंपल जांच के लिए लिए थे. ये सैंपल उन्हीं 11 जगहों से लिए गए थे, जहां से भारतीय मानक ब्यूरो ने लिए थे. दिल्ली जल बोर्ड ने सैंपल लेकर अपनी लैब में जांच की तो सिर्फ एक सैंपल जल बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों पर खरा नहीं उतरा.
दिनेश मोहनिया ने बताया कि पानी के सैंपल लेकर जल बोर्ड ने भी जांच कराई दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से इस्तीफे की मांग की है.
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा-
पिछले दिनों जिन 11 जगहों से भारतीय मानक ब्यूरो ने पानी के सैंपल उठाए थे और सभी को फेल बताया था, हमने भी वहां से दोबारा सैंपल उठाए. 11 जगहों में से 2 जगहों पर पानी का सैंपल नहीं ले सके. जिनमें एक केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का सरकारी निवास है तो दूसरी वो जगह है जहां 3 महीने से ताला लटका पड़ा है. पता नहीं बीआईएस को कैसे सैंपल मिला.
'इस्तीफा दें रामविलास पासवान'
उन्होंने सैंपल लेने की तारीख, समय सब कुछ सार्वजनिक करते हुए बताया कि 48 घंटे की जांच के बाद उठाए गए 9 सैंपल में से 8 सैंपल पूरी तरह सही साबित हुए हैं. सिर्फ एक जगह पर पानी मानक पर खरा नहीं उतरा. दिल्ली जल बोर्ड ने अपने तय 31 पैरामीटर पर सभी पानी के नमूनों की जांच की है. इस रिपोर्ट के आधार पर जल बोर्ड के उपाध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से इस्तीफे की मांग की है.
दिल्ली जल बोर्ड की रिपोर्ट दिनेश मोहनिया ने कहा-
लग रहा है कि दिल्ली के पानी को अनफिट करार देकर केंद्रीय मंत्री और केंद्र सरकार आरो कंपनियों को फायदा पहुंचाना चाहती थी. जिसमें सुप्रीम कोर्ट से भी सरकार को झटका लगा और दिल्ली जल बोर्ड की रिपोर्ट में भी स्पष्ट हो गया कि दिल्ली का पानी पीने के लिए एकदम सही है.
उन्होंने कहा कि आम लोगों के मन में भारतीय मानक ब्यूरो की जांच रिपोर्ट से जो डर पैदा हुआ है इसे दूर करने के लिए दिल्ली सरकार पब्लिक नोटिस जारी कर पानी के नमूनों की जांच करेगी. आम लोग, मीडिया, मंत्रालय के अधिकारी इसमें शामिल हो सकते हैं, जिन्हें दिल्ली में पानी की गुणवत्ता पर संदेह है.