नई दिल्ली: नूंह-हिंसा मामले में हरियाणा पुलिस ताबतोड़ कार्रवाई कर रही है. एक तरह दंगाइयों के अवैध कब्जे पर बुलडोजर एक्शन जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ धरपकड़ की कार्रवाई भी जोरों पर चल रही है. इसी बीच रविवार को नूंह-मेवात में हुई हिंसा के विरोध में दिल्ली के जंतर मंतर पर अखिल भारत हिंदू महासभा के द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया. इसमें सैकड़ों की संख्या में हिंदू महासभा से जुड़े हुए लोग और महिलाएं शामिल हुई. हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं के हाथ में भगवा रंग के झंडे थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम के नारे लगाए.
Nuh Violence: जंतर-मंतर पर हिंदू महासभा का प्रदर्शन, कहा- सिर्फ हिंदुओं की शोभा यात्रा पर पथराव क्यों? - nuh violence investigation
दिल्ली के जंतर-मंतर पर सैकड़ों लोगों ने अखिल भारत हिंदू महासभा के बैनर तले नूंह हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि केवल हिंदुओं की शोभायात्रा पर पथराव क्यों होता है?
हिंदुओं की शोभायात्रा पर पथराव क्यों?: हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि नूंह-मेवात में जिस प्रकार से हिंदुओं के ऊपर पत्थर बरसाए गए. लोगों को मारा पीटा गया. हमारी बृजमंडल यात्रा को रोका गया. इस पूरे घटनाक्रम को सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया. जब भी कोई हिंदुओं का त्योहार आता है तो हमारी ही शोभा यात्रा पर पथराव क्यों होता है? मुस्लिमों के त्योहार पर कभी पथराव नहीं होता है. सरकार से मांग है कि जो भी इस घटनाक्रम में दोषी हैं उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. वहीं, पीड़ित परिवार को हरियाणा सरकार की तरफ से एक करोड़ की सहायता राशि और घर में एक व्यक्ति को नौकरी दें.
साजिश के तहत घटना को दिया अंजाम: हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर सिंह का कहना है कि नूंह-मेवात में जो कार्यवाही शासन-प्रशासन आज कर रहा है. यह कार्यवाही पहले से ही कर देनी चाहिए थी. हिंदुओं के बारे में अभी तक किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया है. हिंसा के बारे में सभी को पता था. सुनियोजित तरीके से पूरी घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन उसके बावजूद भी प्रशासन पूरी तरह से फेल रहा. लेकिन अब जो प्रशासन कार्रवाई कर रहा है, वह सही है, लेकिन पर्याप्त नहीं है. यह प्रशासन की लापरवाही है कि वहां इतनी संख्या में रोहिंग्या बस गए. सरकार से मांग है कि जब कभी हमारी शोभायात्रा हो तो शासन प्रशासन पूरी तरह से हमें सुरक्षा मुहैया कराए.