Delhis Air After Dussehra: दशहरे की आतिशबाजी के बाद दिल्ली की आबोहवा में हुआ थोड़ा सुधार, जानें NCR का हाल - air quality
दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर इस बार पटाखों के निर्माण भंडारण और बिक्री पर पूरी तरह रोक है. इसके बावजूद भी विजयदशमी पर रावण दहन में आतिशबाजी हुई, हालांकि इस बार आतिशबाजी कम की गई लिहाजा प्रदूषण प्रदूषण के स्तर में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है. Delhis air after Dussehra, air quality
नई दिल्ली:मंगलवार को विजयादशमीके बाद दिल्ली की एयर क्वालिटी में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है. SAFAR-India एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक दिल्ली में आज औसत वायु प्रदूषण 237 दर्ज किया गया है. हालांकि ये आंकड़े थोड़ी राहत देने वाले हैं. क्योंकि बीते 24 अक्टूबर को यानी कि दशहरे से एक दिन पहले दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी 220 दर्ज किया गया था. बीते कुछ दिनों से औसतन दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब रहा है.
दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम को लेकर इस बार पटाखों के निर्माण भंडारण और बिक्री पर पूरी तरह रोक है. इसके बावजूद भी विजयदशमी पर रावण दहन में आतिशबाजी हुई, हालांकि इस बार आतिशबाजी कम की गई लिहाजा प्रदूषण के स्तर में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है.
इस वर्ष दशहरे से पहले और बाद में दिल्ली एनसीआर के शहरों का एक्यूआई
शहर
24 अक्टूबर
25 अक्टूबर
दिल्ली
220
237
फरीदाबाद
179
254
गाजियाबाद
218
195
ग्रेटर नोएडा
248
246
गुरुग्राम
158
176
नोएडा
170
196
भारत मौसम विभाग के अनुसार वायु गुणवत्ता 26 अक्टूबर को भी बहुत खराब की श्रेणी में रहने की संभावना है. बता दें कि दिल्ली सरकार ने ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान का दूसरा फेज शुरू कर दिया है. जिसके तहत ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान को गुरुवार से शुरू करने का फैसला लिया गया है. कुछ दिन पहले ही दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने ये फैसला लिया था.
बीते सालों में दशहरे के बाद दिल्ली-एनसीआर के शहरों का एक्यूआई
शहर
2019
2020
2021
2022
दिल्ली
172
353
284
79
फरीदाबाद
150
323
264
34
गाजियाबाद
186
365
349
69
ग्रेटर नोएडा
192
384
330
50
गुरुग्राम
122
258
308
47
नोएडा
175
376
312
59
(नोट: एक्यूआई 50 तक अच्छा और 100 तक संतोषजनक माना जाता है)
दिल्ली में पटाखों के निर्माण भंडारण और बिक्री पर सरकार ने लगाया रोक - रोक के कारण रावण दहन में बीते वर्षों के मुकाबले कम हुई आतिशबाजी - वर्ष 2022 में विजयदशमी पर वर्षा के कारण धूल गया था एनसीआर का प्रदूषण - पिछले 5 साल में वर्ष 2020 में विजयदशमी पर सबसे ज्यादा हुआ था प्रदूषण