नई दिल्ली:दिल्ली विश्वविद्यालय खुलने से पहले हुई मॉक ड्रिल में फर्स्ट ईयर से लेकर सेकंड ईयर के छात्र भी पहुंचे थे. वहीं पीजीडीएवी कॉलेज इवनिंग के प्रिंसिपल डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि पढ़ाई के साथ सावधानी और सतर्कता भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्द कॉलेज की रौनक फिर से लौटती हुई दिखाई पड़ेगी.
कॉलेज आने के लिए उत्साहित दिखे छात्र
वहीं ऑनलाइन एडमिशन, पढ़ाई और पहले दिन के अनुभव से महरूम रहे फर्स्ट ईयर के छात्र मॉक ड्रिल में जब कॉलेज पहुंचे तो उनके चेहरे पर खुशी देखते ही बन रही थी. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान छात्रों ने कहा कि वह कॉलेज आने को लेकर काफी उत्साहित थे.
छात्रों ने उम्मीद जताते हुए कहा कि बेशक यह मॉक ड्रिल थी लेकिन आशा करते हैं कि जल्द ही कॉलेज में रोजाना आने के लिए अनुमति मिल जाएगी और हम पढ़ाई ऑनलाइन नहीं बल्कि क्लास में कर सकेंगे.
कोरोना नियमों का पालन करते हुए दिया प्रवेश
पीजीडीएवी इवनिंग कॉलेज कोविड -19 टास्क फोर्स के संयोजक प्रोफेसर बीएन चौधरी ने बताया कि इस मॉक ड्रिल में फर्स्ट ईयर से लेकर सेकंड ईयर के छात्र शामिल थे. उन्होंने कहा कि छात्रों को कॉलेज में प्रवेश करने से लेकर लाइब्रेरी तक पहुंचने के दौरान तीन बार सैनिटाइजेशन, दो बार थर्मल स्कैनिंग और ऑक्सीजन लेवल चेक करने के बाद ही उन्हें लाइब्रेरी में प्रवेश मिला है.
फिलहाल कॉलेज केवल लाइब्रेरी का उपयोग करने के लिए ही खोला जा रहा है. इस दौरान मास्क, सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग सहित सरकार के द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश का छात्रों को सख्ती से पालन करने की हिदायत भी दी गई.