नई दिल्ली: डीयू के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर पीसी जोशी ने बताया कि बीते 6 माह के अंतराल में एग्जीक्यूटिव काउंसिल की चार, अकादमिक काउंसिल की एक, फाइनेंस कमेटी के तीन और कैंपस डेवलपमेंट कमेटी की दो बार बैठक आयोजित की गई. इस दौरान कई महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को क्रियान्वित करने के लिए भी 42 सदस्य समिति का गठन किया गया है, जिसको लेकर कई बार वेबीनार और बैठक आयोजित की गई है.
क्यूएस रैंकिंग की सूची में सुधार का प्रयास
वहीं उन्होंने अपनी आगामी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने और दिल्ली विश्वविद्यालय को और ऊंचे मुकाम पर ले जाने के लिए मिशन 500 और मिशन 300 बनाए गए हैं. मिशन 500 के तहत क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में 500 संस्थानों की सूची में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना मुख्य उद्देश्य रहेगा. साथ ही कोशिश होगी कि 470 तक की रैंकिंग में डीयू का नाम आ जाए. वहीं मिशन 300 के तहत विश्वविद्यालय की बेहतरी के लिए छात्रों शिक्षकों कर्मचारियों और फिर एलुमिनाई से डोनेशन ली जाएगी. मिशन 300 के तहत 300 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा गया है.
इस वर्ष 80 देशों के छात्रों का डीयू में एडमिशन हुआ
वहीं प्रोफेसर जोशी ने कहा कि क्यूएस रैंकिंग में अपनी जगह बनाने के लिए जरूरी है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों की संख्या में इजाफा हो. ऐसे में उन्होंने बताया कि डीयू इस दिशा में काम कर रहा है और विदेशी फैकल्टी को भी आमंत्रित करने को लेकर कोशिश जारी है. उन्होंने कहा कि इस बार करीब 80 देशों के विद्यार्थियों ने डीयू में दाखिला लिया है जो उनके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है.