नई दिल्ली:परिसीमन के बाद नए स्वरूप में सामने आई एकीकृत एमसीडी में मंगलवार का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसा इसलिए है क्योंकि मंगलवार सुबह 11 बजे से एमसीडी में नवनिर्वाचित पार्षदों के शपथ ग्रहण के बाद मेयर और डिप्टी मेयर पद को लेकर चुनाव होने हैं. लगभग 8 महीने से ज्यादा लंबे इंतजार के बाद मंगलवार को दिल्ली को नया मेयर मिलने जा रहा है. मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के पास पूर्ण रूप से बहुमत है. अगर पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग की तो पासा पलट भी सकता है, जिसका फायदा बीजेपी को होगा. वहीं कांग्रेस पहले ही मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में मतदान न करने का फैसला कर चुकी है. हालांकि नए मेयर का कार्यकाल केवल 2 महीने के लिए ही होगा, जिसके बाद नए सिरे से मेयर पद को लेकर एमसीडी में इंटरनल चुनाव होंगे.
वहीं, मेयर और डिप्टी मेयर के अलावा स्टैंडिंग कमेटी के 6 सदस्यों के लिए चुनाव प्रक्रिया की जाएगी. साथ ही पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा की तरफ से नवनिर्वाचित पार्षदों को शपथ ग्रहण करवाया जाएगा, जिसके बाद नए मेयर के चुनाव होंगे. मेयर चुनाव के बाद मेयर की तरफ से सदन की कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि सदन की कार्यवाही को 6 जनवरी को किया जाना था. लेकिन सदन की पहली कार्यवाही वाले दिन नव निर्वाचित पार्षदों की जगह मनोनीत पार्षदों को पहले शपथ दिलाए जाने को लेकर हुई बहस इतना बढ़ गया कि पीठासीन अधिकारी को सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. साथ ही 6 जनवरी के दिन एमसीडी के पहले सदन में पार्षदों के बीच में हाथापाई की भी तस्वीरें सामने आई थी, जिसको लेकर आप और बीजेपी के बीच में जमकर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति हुई थी.