नई दिल्ली: देशभर में हुए अपराधों का नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की ओर से हाल ही में आंकड़ा जारी किया गया है. इसमें दिल्ली में साल 2018 के अपराध का आंकड़ा भी दिया गया है. इसमें बताया गया है कि देश की राजधानी में चोरी की वारदातों में जहां लगभग 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है, तो वहीं हत्या की वारदातों में भी इजाफा हुआ है.
एनसीआरबी के डाटा से हुआ खुलासा दिल्ली में साल 2018 में बढ़े अपराध
एनसीआरबी की ओर से अपराध को लेकर जारी किए गए आंकड़ों में बताया गया है कि जहां साल 2017 में हत्या की 487 वारदातें दिल्ली में हुई थी, तो वहीं साल 2018 में हत्या की 513 वारदातें हुए हैं. वहीं चोरी की बात की जाए तो जहां साल 2017 में 1,14,054 चोरी की घटनाएं हुई थी, तो वहीं साल 2018 में 1,38,596 चोरी की वारदातें दर्ज की गई हैं. कुल आईपीसी अपराध की बात की जाए तो वो 2017 में 2,33,580 थे जो साल 2018 में बढ़कर 2,50,719 हो गए हैं.
फ्री रजिस्ट्रेशन के चलते बढ़ी FIR की संख्या
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि एनसीआरबी के डाटा में दिल्ली में होने वाली चोरी और हत्या की वारदातों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. लेकिन चोरी बढ़ने का कारण उन्होंने फ्री रजिस्ट्रेशन को बताया. उन्होंने बताया कि देशभर में दिल्ली एकमात्र ऐसा शहर है. जहां पर फ्री रजिस्ट्रेशन की सुविधा है. यहां लोग खुद ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करते हैं. जिसकी वजह से आंकड़ा बढ़ रहा है.
उन्होंने बताया कि चोरी की वारदातों को कम करने के लिए दिल्ली पुलिस ने प्रखर वैन लॉन्च की है, जो इलाके में लगातार गश्त करती है. इसके अलावा एंटी स्नैचिंग टीमें भी प्रत्येक थाने में बनाई गई है जो इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए काम करती हैं.
हत्या की वारदातों को लेकर हो रहा विश्लेषण
अतिरिक्त आयुक्त मंदीप सिंह रंधावा ने ये माना कि राजधानी में साल 2018 में हत्या की वारदातें बढ़ी हैं, जो एक चिंता का विषय है. उन्होंने बताया कि ऐसी वारदातों का विश्लेषण किया जा रहा है, ताकि इनके कारणों का पता लगाकर उन्हें कम करने के लिए काम किया जा सके. उन्होंने कहा पुलिस आने वाले समय में प्रयास करेगी कि इन वारदातों को कम किया जा सके.