नई दिल्ली:राजधानी की सड़कों पर होने वाले एक्सीडेंट के मामलों में दिल्ली पुलिस की जांच से पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना संतुष्ट नहीं हैं. ऐसे मामलों में पुलिस की जांच बेहद ढीली है और कई मामलों में लगभग एक साल से अदालत के समक्ष रिपोर्ट दायर नहीं की गई है. इसे लेकर नाराजगी जताते हुए पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को केस की मॉनिटरिंग करने के आदेश दिए हैं.
जानकारी के अनुसार राजधानी में प्रत्येक वर्ष 5 हजार से ज्यादा सड़क हादसे दिल्ली की सड़कों पर होते हैं. इनमें औसतन 15 सौ से ज्यादा लोगों की जान चली जाती है जबकि चार हजार से ज्यादा लोग घायल होते हैं. दिल्ली पुलिस द्वारा सड़क हादसों के मामलों में FIR दर्ज करने के बाद उसकी तफ्तीश की जाती है. हाल ही में दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने जब इन सड़क हादसों के मामलों को लेकर जांच करवाई तो पता चला की अदालत में कई मामलों में एक साल से भी ज्यादा समय से डिटेल एक्सीडेंट रिपोर्ट दाखिल नहीं हुई है. इसकी वजह से जहां पीड़ितों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो कई मामलों में उन्हें मुआवजा तक नहीं मिल पा रहा है.