नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली के तीसहजारी कोर्ट में पेशी के दौरान एक कैदी की हत्या की साजिश की जा रही थी. जिसे वक्त रहते दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया है.
आरोपी की पहचान राहुल जाट नाम से की गई है. राहुल ने आने वाली 10 जुलाई को तीस हजारी कोर्ट में एक कैदी हत्या प्लान बनाया था, लेकिन वक्त रहते राहुल को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया.
जानिए क्या है पूरा मामला
कोर्ट में हत्या की साजिश रच रहे थे बदमाश डीसीपी संजीव यादव के अनुसार बीते 27 जून को आरोपी राहुल जाट और उसके दोस्त राहुल ने पांडव नगर में रहने वाले धर्मेंद्र उर्फ आशु के घर पर गोली चलाई थी. लेकिन इस मामले में दहशत के चलते किसी ने शिकायत तक नहीं की थी. दरअसल धर्मेंद्र उर्फ आशू ने अपने साथियों के साथ अमिताभ नामक युवक की रंजीत नगर में हत्या कर दी थी. वह राहुल जाट के गैंग का सदस्य था. हत्या के इस मामले में गिरफ्तार धर्मेंद्र फिलहाल जेल में बंद है. राहुल जाट ने अपने साथी वरुण के साथ मिलकर धर्मेंद्र की हत्या के लिए साजिश रची थी.
तीस हजारी में होनी थी हत्या
राहुल जाट ने बताया कि तीस हजारी कोर्ट में वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई थी. हत्या के मामले में धर्मेंद्र की उस दिन तीस हजारी अदालत में पेशी होनी थी.
जब पुलिसकर्मी धर्मेंद्र को पेश करने के लिए जाते तो, उसी समय वह ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उसे मौत के घाट उतार देते.
लेकिन इससे ठीक पांच दिन पहले स्पेशल सेल ने उन्हें मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया जिसकी वजह से उनकी साजिश पर पानी फिर गया.
टिल्लू और नीरज बवाना से जुड़े हैं तार
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह खेड़ा निवासी प्रवेश मान के गैंग से संबंध रखते हैं. प्रवेश जेल में बंद सुनील मान उर्फ टिल्लू और नीरज बवाना गैंग से जुड़ा हुआ है.
प्रवेश मान ने जुलाई 2018 में बबलू खेड़ा की हत्या कर दी थी जो गोगी गैंग का सदस्य था. वह गोगी गैंग को हथियार भी पहुंचाता था. इस मामले में प्रवेश मान अपने साथियों सहित गिरफ्तार हुआ था. बीते मई के महीने में प्रवेश ने दिल्ली हाईकोर्ट से पैरोल ली थी.