नई दिल्ली:लॉकडाउन में अहम जिम्मेदारी पुलिस को मिली है, जोकि बखूबी से इसको निभा रहे है. चाहे लोगों की सुरक्षा हो या लॉकडाउन में फसें लोगों की सहायता करनी हो. लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस का मानवीय चहेरा भी देखने को मिल रहा है.
ऐसा ही एक मामला मोती नगर इलाके से आया है, जहां मोती नगर थाने में तैनात एएसआई अरविंद ने लॉकडाउन में फंसी एक लड़की को ना सिर्फ अपने घर में पनाह दी बल्कि बेटी की तरह उसका ध्यान भी रख रहे है.
यह है पूरा मामला
इस पूरे मामले के संबंध में दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि एएसआई अरविंद कुमार की बेटी जनकपुरी स्थित एक निजी इंस्टिट्यूट में NEET की तैयारी कर रही हैं. इसी इंस्टीट्यूट में कोलकाता निवासी सुष्मिता शाह भी NEET की तैयारी कर रही है और दोनों लड़कियां जनकपुरी स्थित एक पीजी में रह रही थीं.
24 मार्च को जब लॉकडाउन की घोषणा की गई तो दोनों लड़कियों ने हॉस्टल छोड़ दिया और सुष्मिता वापस कोलकाता जाना चाहती थी, लेकिन लॉकडाउन लागू हो जाने के कारण वो कोलकाता जा नहीं पाई.
इसलिए एएसआई ने उन्हें अपनी बेटी की तरह अपने घर पर रहने का सुझाव दिया और कहा कि जब भी लॉकडाउन में ढील दी जाएगी उसे कोलकाता पहुंचा दिया जाएगा. इतना ही नहीं एएसआई अरविंद ने इस पूरे मामले को लेकर एसएचओ को भी सूचित किया और एसएचओ ने भी उन्हें स्थिति में सुधार होने तक लड़की को अपने आवास पर ही रखने की सलाह दी.
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि एएसआई अरविंद कुमार को इनके इस नेक काम के लिए दिल्ली पुलिस के जरिये सम्मानित भी किया जाएगा. पुलिस कमिश्नर ने खुद इसकी घोषणा की है.